हर दिन जीतने का नहीं होता है. कभी हमें हार मिलती है तो कभी जीत. आज भारत के हर क्रिकेट प्रेमी की ओर से आपको हम सलाम कर रहे हैं.
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में आपको हमेशा याद रखा जायेगा. आप टीम इंडिया को उस दौर से बाहर निकालकर लाये हैं ,जब हमारे साथ कोई भी बड़ा खिलाड़ी नहीं था. आपने टीम इंडिया को विश्व की नंबर एक टीम बनाया है.
आइये आक्रोश को छोड़, देखते हैं कि धोनी ने क्या-क्या दिया हमें
पहला ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्व कप
सबसे पहले जब आपने कप्तानी संभाली थी 2007 में, तब आप भारत को ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्व कप दिला कर लाये थे.
चैंपियन ट्राफी
2013 में इन्हीं की कप्तानी में भारत ने चैंपियन ट्राफी जीतकर, अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज किया.
विश्व कप 2011
विश्व कप 2011 में धोनी की कप्तानी में ही भारत ने दूसरी बार विश्व कप अपने नाम किया था. इस विश्व कप का सारा श्रेय बेशक सचिन तेंदुलकर को चला गया परन्तु इनकी कठिन मेहनत को आखिर कैसे भुला जा सकता है.
एशिया कप से लेकर, ऑस्ट्रेलिया में घरेलू सीरीज जितने तक, धोनी ने भारत को एक से एक सीरीज दिलाई हैं.
भारत की टीम इन्हीं की कप्तानी में टेस्ट की रैंकिंग में सबसे ऊपर आई. पूरा भारत आपकी इस मेहनत को कभी नहीं भूल सकता है.
भारत को इस विश्व कप में लगातार 14 मैचों में जीत दिलाई.
धोनी हम सभी आपके योगदान को कभी नहीं भूला सकते हैं. आप हमारे लिए आज भी उतने ही प्रिय हो, जितने इस हार से पहले थे. हम आपके समर्थक हैं और रहेंगे.
आप अभी निराश मत हो, हम आपके साथ हैं. आपको हमारा सलाम.