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वैज्ञानिकों को मिली बड़ी कामयाबी दूसरे ग्रह पर मिला पानी, तो क्या धरती का विकल्प मिल गया?

ग्रहों पर पानी

ग्रहों पर पानी – धरती के बाहर क्या किसी और ग्रह पर भी जीवन संभव है?

खगोल वैज्ञानिक सालों से इस पर रिसर्च कर रहे हैं. जहां तक जीवन का सवाल है तो मानव जीवन के लिए सबसे ज़रूरी है पानी.

जिस ग्रह पर पानी होगा वहीं भविष्य में मानव जीवन की कल्पना की जा सकती है और इस दिशा में वैज्ञानिकों को एक बड़ी कामयाबी मिली है. एक रिसर्च के अनुसार पृथ्वी के अलावा भी कई ग्रहों पर पानी हो सकता है.

अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नासा के केपलर टेलीस्कोप और यूरोपीय स्पेस एजेंसी के गाया अभियान के दौरान जो डाटा जुटाए हैं उसके विश्लेषण के बाद यह दावा किया है कि हमारे सौर मंडल के बाहर स्थित पृथ्वी से आकार में बड़े कई ग्रहों (एक्सोप्लैनेट) पर बड़ी मात्रा में पानी मौजूद हो सकता है. यह रिसर्च एलियन की खोज के लिहाज से भी बहुत अहम मानी जा रही है.

रिसर्च के अनुसार यह ग्रह पृथ्वी के आकार से दो से चार गुना बड़े हैं. एक्सोप्लेनेट में पहले भी पानी की मौजूदगी की बातें सामने आती रही है. नया शोध एक्सोप्लेनेट केपलर स्पेस टेलीस्कोप व गेइया मिशन के डाटा पर आधारित है. इसमें संकेत मिलता है कि बहुत से ग्रहों पर 50 फीसदी तक पानी हो सकता है, जो कि धरती के पानी की मात्रा से 0.02 फीसदी (वजन से) से ज्यादा हो सकता है. हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रमुख शोधकर्ता ली जेंग ने कहा, “यह हैरान करने वाली बात है कि वहां इतना सारा पानी है.” वैज्ञानिकों ने पाया है अब तक 4,000 एक्सोप्लेनेट खोजे गए हैं.

आपको बता दें कि इससे पहले जीवन की संभावनाओं की तलाश के लिए वैज्ञानिक चंद्रमा और मंगल पर भी उपग्रह भेज चुके हैं और वहां की मिट्टी का अध्ययन किया गया है, जिसके बात वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला कि वहां पानी और हवा नहीं है. इस वजह से मंगल और चंद्रमा पर जीवन संभव नहीं है, लेकिन अब नए ग्रहों पर पानी होने के संकेत मिले हैं जो वैज्ञानिकों के लिए बड़ी उपलब्धी है.

ऐसे में हो सकता है कि मंगल मिशन की तरह भविष्य में जब धरती की आबादी बहुत बढ़ जाएगी तो वैज्ञानिक इन नए ग्रहों पर मानव को बसाने की कोई तरकीब निकालें, क्योंकि जीवन के लिए सबसे ज़रूरी तत्व पानी तो वहां मौजूद है ही.