राजनीति

कौन है विष्णु सदाशिव कोकजे और क्यों उन्हें विहिप का अध्यक्ष चुना गया !

विष्णु सदाशिव कोकजे – 14 अप्रैल 2018 तारीख देश जब अंबेडकर जयंती का जश्न मना रहा था उसी समय एक व्यक्ति इतिहास बना रहा था। कभी संघ और बीजेपी के करीबी माने जाने वाले डॉ. प्रवीण तोगड़िया सियासत की बिसात के दूसरे छोर पर अकेले पड़ गए और पहली बार विश्व हिंदू परिषद् का चुनाव हुआ।

विश्व हिंदू परिषद के इस चुनाव में उभर कर आए  विष्णु सदाशिव कोकजे।

जब-जब देश में प्रवीण तोगड़िया की बात होगी विष्णु सदाशिव कोकजे का नाम जरुर आएगा ।

विश्व हिंदू परिषद् के चुनाव में प्रवीण तोगड़िया के समर्थक राघव रेड्डी को हराकर  विष्णु सदाशिव कोकजे ने प्रवीण तोगड़िया को नैतिक लड़ाई में मात दे दी।

प्रवीण तोगड़िया विहिप के फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं जिन्होंने अपना हर बयान डंके की चोट पर दिया। विश्व हिंदू परिषद् और बीजेपी के करीबी तोगड़िया के रिश्ते बीजेपी के साथ धीरे-धीरे बिगड़ते चले गए। जिसका नतीजा ये हुआ की प्रवीण तोगड़िया को विहिप से अपना नाता तोड़ना पड़ा। एक समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्के दोस्त माने जाने वाले प्रवीण तोगड़िया के रिश्ते दोस्ती से दुश्मनी में बदल तो प्रवीण तोगड़िया को मुजरिमों की तरह ना सिर्फ भागना पड़ा बल्कि जान की भीख मांगते हुए वे मीडिया के सामने बिलखते हुए भी नज़र आए।

प्रवीण तोगड़िया ने मोदी सरकार पर वादा खिलाफी के आरोप तो लगाए ही साथ ही अपनी जान का खतरा भी बताया। जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद् ने भी उनसे दूरी बना ली और विहिप में नए अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव हुए।

विष्णु सदाशिव कोकजे 80 साल की उम्र में विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए।

विष्णु सदाशिव कोकजे का जन्म 6 सितंबर 1940 को मध्यप्रदेश में हुआ था। इंदौर से एलएलबी करने के बाद 1964  में प्रेक्टिस शुरु की थी और ठीक इसी साल विश्व हिंदू परिषद की स्थापना भी हुई थी। विष्णु सदाशिव कोकजे ने अपने करियर की शुरुआत वकालत से की थी जिसके बाद उन्हें न्यायधीश भी बनाया गया। जुलाई 1990 में विष्णु सदाशिव कोकजे को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट का जज़ भी चुना गया था। करीब 11 साल बाद 2001 में वे राजस्थान के न्यायधीश भी नियुक्त हुए। 2003 में उन्हें हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल भी नियुक्त किया गया, उस वक्त केंद्र में बीजेपी की ही सरकार थी। 2008 तक विष्णु सदाशिव कोकजे हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।

आरएसएस यानि की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी भारत विकास परिषद् के भी विष्णु सदाशिव कोकजे अध्यक्ष रह चुके हैं।

विष्णु सदाशिव कोकजे विश्व हिंदू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रुप में कार्य कर चुके और अब उन्हें संगठन का अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुन लिया गया है। संघ के सबसे करीबी माने जाने वाले वी.सी कोकजे को संघ के 192 लोगों में से 130 लोगों ने वोट किया। इस जीत के बाद उन्होंने प्रवीण तोगड़िया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि  विश्व हिंदू परिषद लोगों को जोड़ने में भरोसा करता है ना कि उन्हें तोड़ने में भरोसा करता है। उन्होंने कहा की संगठन में हर व्यक्ति का स्वागत है। अब देखना ये होगा की 52 साल के विश्व हिंदू परिषद् को 80 साल के विष्णु सदाशिव कोकजे किस तरह आगे बढ़ाते हैं।

Anshika Sarda

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