धरती पर जन्म लेने वाला हर प्राणी अपना भाग्य लेकर पैदा होता है. किसी का भाग्य उसका हमेशा साथ देता है तो किसी का भाग्य हमेशा साथ नहीं देता है. कोई अपने भाग्य का खाता है तो कोई अपनी मेहनत का खाता है. पुराणों में ऐसे कई रहस्य बताए गए हैं जिसके आधार पर इंसान के भाग्यशाली होने या नहीं होने के संकेत मिलते हैं.
यदि आप भी इस बात को जानना चाहते हैं कि आप भाग्यशाली हैं या नहीं, आपके नसीब में भाग्य का सुख लिखा है या फिर अपने मेहनत का, तो आप अपने इन गुणों और इन चीजों के आधार पर पहचान सकते हैं.
अपने स्वास्थ्य से पहचाने भाग्य
शास्त्रों में भी इस बात की पुष्टि की गई है कि स्वस्थ शरीर भाग्यशाली होने की निशानी होती है. क्योंकि अगर आप निरोगी होते हैं तो आप हर प्रकार के सुख समृद्धि का उपयोग कर सकते हैं. आप बेपरवाह होकर धन कमा सकते हैं. हर तरह के भोग कर सकते हैं. जीवन में हर प्रकार के सुख का आनंद प्राप्त किया जा सकता है. लेकिन अगर शरीर ही स्वस्थ ना हो तो फिर जीवन में हर कार्य अधूरा सा रहता है. ना तो आप ज्यादा मेहनत कर पाते हैं, ना खुल के भोजन कर पाते हैं और ना ही किसी चीज का भरपूर आनंद ले पाते हैं. इसलिए अगर आप स्वस्थ हैं तो समझ लीजिए कि आप भाग्यशाली हैं.
जीवन में अच्छे गुरु का होना
आपके जीवन में अगर आपका गुरु अच्छा है तो ये आपके भाग्यशाली होने का संकेत माना जाता है. एक अच्छा गुरु अपने शिष्य को हमेशा अच्छे राह पर चलना सिखाता है. उसे चुनौतियों से लड़ने की सीख तो देता ही है साथ ही सभी तरह के अच्छे संस्कार भी देने का काम करते हैं.
स्थाई आय
अगर आपके जीवन में निश्चित आय हो रही है तो ये अच्छे भाग्य की निशानी है. कई बार ऐसा होता है कि कि जिंदगी में अचानक से खूब पैसा जाता है लेकिन बाद में फिर पैसे खत्म हो जाने के बाद आपके पास आय के साधन ना हो तो ये आपके भाग्यशाली होने की निशानी नहीं है. जबकि आपके जरूरत के अनुसार आपको एक निश्चित आय मिलती रहती है तो ये आपकी जिंदगी को हमेशा खुशनुमा बनाए रखने के लिए कारगर होता है. इसके लिए हर मनुष्य को एक निश्चित आय का रास्ता बनाना चाहिए.
सुकन्या पत्नी तथा सदाचारी पुरुष
अगर किसी स्त्री को सदाचारी पुरुष अपने पति के रुप में मिले और पुरुष को एक सुकन्या पत्नी मिले तो ये उसके अच्छे भाग्य की निशानी है. इस तरह की महिलाएं अपने परिवार का पूरी तरह से ध्यान रखती हैं. सबके साथ एक जैसा व्यवहार करती हैं. ऐसे घर में सुख और शांति हमेशा बनी रहती है. साथ हीं सदाचारी पुरुष अपने परिवार के साथ-साथ अपनी पत्नी का भी भली प्रकार से ध्यान रखते हैं. अपनी पत्नी के प्रति हमेशा वफादार रहते हैं. ऐसे घर में हमेशा लक्ष्मी का वास होता है. घर में कभी अशांति का माहौल नहीं होता. गौरतलब है कि विदुर जी के द्वारा महाभारत में भी भाग्यशाली होने के इन गुणों को बताया गया है.
दोस्तों, हर मनुष्य के जीवन में अच्छा पल और बुरा पल दोनों ही आता है. जरा सोचिए कि अगर हमारे साथ हर वक्त सब कुछ हमारे मन के अनुसार अच्छा ही होता रहे, हमें कभी किसी बात का दुख ना हो तो फिर हमें सुख का अनुभव कैसे होगा ?
हर बात के लिए हमें ईश्वर को कोसने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए. हर समस्या का निदान इस संसार में है इसलिए उसे शांत मन और पूरे धैर्य के साथ करना चाहिए. हमें अच्छे कर्म हमेशा करने चाहिए. निश्चित रूप से अगर हमारा कर्म अच्छा होगा तो हमे उसके फल की प्राप्ति अच्छे भाग्य के रूप मे मिलती है.