भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रही एक दिवसीय सीरीज अब 2-2 की बराबरी है.
वनडे सीरीज की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि जैसे भारत की दमदार टीम बड़ी आसानी से यह सीरीज भी जीत लेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं है. अब कोच अनिल कुंबले हर कीमत पर फाइनल मैच जीतना चाहते हैं. अभी भारतीय टीम की वनडे रैंकिंग भी नीचे है इस लिहाज से भी कोच टीम को सीरीज जीताकर रैंकिंग में सुधार लाना चाहते हैं.
अब वैसे कहने को तो वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं लेकिन कोच अनिल कुंबले ने जीत के मन्त्र पर विराट कोहली से बात की है.
सूत्रों की मानें तो विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच फाइनल की जीत के लिए एक गुप्त मीटिंग हुई है.
विराट कोहली और अनिल कुंबले की इस मीटिंग में इन दोनों के अलावा कोई भी खिलाड़ी मौजूद नहीं था. यहाँ तक कि कप्तान धोनी भी इस गुप्त मीटिंग में शामिल नहीं थे. टीम मैनेजमेंट के कुछ लोगों को इस मीटिंग की जानकारी सिर्फ इसलिए थी क्योकि उन्होंने मीटिंग की रुपरेखा को तय किया था.
तो ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ है कि कुंबले को विराट कोहली के साथ गुप्त मीटिंग की जरूरत पड़ी है. इस मामले पर हम और बात करें, उससे पहले यहाँ यह जान लेना रोचक होगा कि इस मीटिंग में जीत का कौन-सा प्लान बनाया गया है-
कोच अनिल कुंबले का जीत वाला प्लान –
कोच अनिल कुंबले ने कोहली को साफ़ शब्दों में बोला है कि टीम की जीत उनके खेलने पर निर्भर करती है. यदि कोहली शतक जमाता है तो टीम का जीतना भी लगभग निश्चित हो जाता है. भारतीय टीम की इस समय समस्या नीचे के बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन है. नीचे के क्रम में सभी बल्लेबाज अनुभवहीन हैं और उनके साथ कोई भी सीनियर खिलाड़ी नहीं होता है.
सबसे पहले प्लान बनाया गया है कि किसी भी हालत में एक सीनियर खिलाड़ी को फिनिशर बनना होगा. इस काम को सबसे अच्छी तरह से विराट कोहली ही कर सकते हैं. इसलिए मीटिंग के अन्दर कोहली को उनकी भूमिका बता दी गयी है.
कोहली को यह जिम्मेदारी भी दी गयी है कि वह ओपनिंग बल्लेबाजों से बात करें और उनके खराब प्रदर्शन को सही करवाने में खिलाड़ियों की मदद करें. मीटिंग में जो मुख्य एजेंडा बताया गया है वह कोहली की बल्लेबाजी ही रही है. कैसे टीम को जीत तक लेकर जाना है इस विषय पर हैरतअंगेज प्लान भी बनाया गया जो बाद में टीम के सामने भी रख दिया गया है.
क्या मतलब है इस मीटिंग का –
जिस तरह से कोच विराट कोहली और अनिल कुंबले की मीटिंग हुई है वह कोई नई बात नहीं है. इस समय कुंबले और कोहली की काफी अच्छी बन रही है. अनिल जानते हैं कि कोहली टीम का आधार हैं. धोनी भी इस बात को कोहली से बोल चुके हैं कि फाइनल जीतने के लिए टीम को उनका मजबूत साथ चाहिए. वैसे धोनी शायद फाइनल मैच में नीचे क्रम में बल्लेबाजी करने आ सकते हैं क्योकि कोच कुंबले ने इस मैच के लिए कुछ ऐसा ही प्लान बनाया है.
तो कुलमिलाकर अच्छी बात यह है कि टीम इंडिया फाइनल मैच हर हालत में जीतना चाहती है ताकि देश को दिवाली का तौफा दे दिया जाये. वहीं दूसरी तरफ धोनी अगर सीरीज हारते हैं तो उनकी कप्तानी पर अब सवालिया निशान लगने शुरू हो जायेंगे.
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