पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली की जब-जब बात की जाती है तब-तब सचिन तेंदुलकर की बात भी सामने आती है. क्योंकि सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली दोनों बचपन के दोस्त है और दोनों ने साथ में ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था.
जब दोनों ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया था तब किसी ने नहीं सोचा था कि कभी साथ में प्रैक्टिस करने वाले ये दोनों दोस्त साथ में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट भी खेलेंगे.
हालाँकि इन दोनों दोस्तों में एक तो आगे जाकर क्रिकेट का भगवान बन गया वहीं दूसरे का करियर कुछ खास नहीं रहा. लेकिन आज हम इन दोनों लीजेंड के करियर नहीं बल्कि उन दोनों की दोस्ती और बचपन की कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे है.
दोनों बचपन के दोस्त थे-
विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर दोनों ने साथ में ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था और दोनों ने साथ में ही क्रिकेट की कोचिंग भी ली थी. लेकिन क्रिकेट में सचिन ने जो मुकाम हासिल किया वो विनोद कांबली को नसीब नहीं हुआ.
कांबली का करियर-
विनोद कांबली ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 17 टेस्ट मैच खेले थे जिनमे उन्होंने 54.20 की औसत से कुल 1084 रन बनाये, जिसमे उनका अधिकतम स्कोर 227 रन था. बात अगर वनडे मैच की करें तो उन्होंने कुल 104 वनडे मैच खेले थे जिसमे उन्होंने कुल 2477 रन बनाये थे.
विवादों से नाता-
विनोद कांबली का क्रिकेट के साथ-साथ विवादों से भी गहरा नाता रहा है. उनकी सचिन से भी अनबन हो चुकी थी. अभी हाल ही में नौकरानी ने भी उन पर मारपीट के आरोप लगाये थे. वो हमेशा ये भी कहते रहे है कि उनके साथ भेदभाव हुए है.
जब पहननी पड़ी कांबली को स्कर्ट-
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली दोनों को हमेशा से एक-दूसरे से शर्त लगाने की आदत थी. जब एक बार ये दोनों दोस्त अहमदाबाद मैच खेलने गए तो ऐसे ही दोनों ने शर्त लगाईं, उस शर्त के अनुसार कांबली से कहा गया अगर वह लड़कियों की स्कर्ट पहनकर पूरा दिन सड़कों पर घूमेंगे तो वह यानी सचिन उनके गुलाम बनकर रहेंगे.
कांबली ने सचिन की इस बात को सीरियसली ले लिया और वे स्कर्ट पहनकर निकल गए सड़कों पर, कांबली पूरा दिन लड़की की स्कर्ट पहनकर घूमते रहे. और रात को भी उन्होंने ये स्कर्ट नहीं उतारी. ऐसा बताया जाता है कि इस शर्त के बात सचिन को हार माननी पड़ी और कांबली ने इस शर्त के बदले बेचारे सचिन से अपने मन मुताबिक कई काम करवाएं. सचिन और विनोद के इस किस्से को आज भी लोग दोस्ती की मिशाल के तौर पर देखते है.
और कांबली भी वो दोस्त साबित हुए जो बिना किसी की परवाह किये सड़कों पर स्कर्ट पहनकर घूम आये.
ये था वो किस्सा जब विनोद कांबली को स्कर्ट पहनकर सड़कों पर घूमना पड़ा था. विनोद कांबली भारत के लिए सिर्फ दो साल तक ही क्रिकेट खेल पाए थे उसके बाद उनकी टीम में कभी वापसी नहीं हो पाई.
वे हमेशा ये भी कहते रहे है कि अगर सचिन चाहते तो उनका करियर भी लंबा हो सकता था.