गांव माणा – हर इंसान चाहता है कि वो अमीर हो जाए, उसके पास अपार धन-दौलत हो, खूब सारे नौकर-चाकर हो और ऐशो आराम की हर चीज़ हो लेकिन सबकी किस्मत में ऐसा नहीं लिखा होता लेकिन फिर भी मन पर किसी का बस नहीं चलता और मन में तो गाहे बगाहे अमीर बनने के ख्याल आ ही जाते हैं।
कभी किसी और को देखकर हमारे दिमाग में अमीर होने के ख्याल उमड़ने लगते हैं तो कभी यूं ही दिल सोचने लगता है कि अगर हम भी अमीर होते तो कितना अच्छा होता।
जिन लोगों की आर्थिक स्थिति थोड़ी ठीक होती है वो तो फिर भी किसी तरह से खुद को समझा लेते हैं लेकिन जो लोग गरीबी में अपना जीवन बिता रहे होते हैं उनके लिए खुद को दिलासा दे पाना थोड़ा मुश्किल होता है।
खैर, आपकी इस समस्या का एक बहुत ही छोटा सा हल है।
जी हां, यूं तो आप इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए बहुत कुछ करते होंगे। लेकिन हम जो तरीका आपको बताने जा रहे हैं वो बहुत ही आसान और छोटा सा है।
जी हां, इसके लिए आपको बस एक जगह पर जाना है और आपकी गरीबी दूर हो जाएगी। मैं समझ सकती हूं कि आपको इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा होगा लेकिन इस बात पर आप जितना जल्दी यकीन कर लेंगे ना उतना आपके लिए ही अच्छा है।
अपनी गरीबी दूर करने के लिए आपको उत्तराखंड के इस गांव में जाना है। ऐसा माना जाता है कि इस गांव पर भगवान शिव की ऐसी अनुकम्पा है कि यहां जो भी आता है उसकी गरीबी हमेशा के लिए दूर हो जाती है। सिर्फ यही नहीं, कहा तो ये भी जाता है कि इस गांव में अगर आप एक बार आ जाते हैं तो आपके जीवन भर के पाप दूर हो जाते हैं। इस गांव में आकर आपको रोग,शोक, पाप, भय और सभी प्रकार के श्राप से मुक्ति मिलती है क्योंकि इस गांव को श्रापमुक्त जगह की उपाधि मिली हुई है।
चलिए अब आपको बता देते हैं कि ये गांव है कौन सा, ये गांव है उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित देश का सबसे अंतिम गांव माणा । जी हां, इस गांव माणा से होकर भारत और तिब्बत के बीच व्यापार होता है। ये गांव माणा पवित्र बद्रीनाथ धाम से काफी पास है और भारत-तिब्बत की सीमा पर स्थित है। इस गांव का ये अनोखा नाम भगवान शिव के भक्त मणिभद्र देव के नाम पर दिया गया है।
इस गांव माणा के बारे में एक और बात ये है कि ऐसी कथाएं प्रचलित हैं कि इस गांव में आने के बाद व्यक्ति को पूर्वाभास होने लगते हैं। इसके बाद वो अपने जीवन में भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में पहले से जानने लगता है और उसे उन घटनाओं के बारे में स्वप्न आने लगते हैं।
हो सकता है कि आपको ये बात झूठ लग रही हो या फिर कुछ लोग इस बात को अंधविश्वास से जोड़कर देख रहे होंगे जो कि उनके स्तर पर सच भी है लेकिन हम आपको बस वो बता रहे हैं जो लोग सदियों से मानते आ रहे हैं, अब इस पर विश्वास करना या ना करना पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है।