वेनेजुएला की करेंसी – दुनिया में ऐसे बहुत से देश हैं जहाँ महंगाई आसमान छू रही है.
चीज़ें इतनी महँगी हो गई हैं कि आम इंसान की जेब से बाहर हो रही हैं. अब लोग दिन-रात पैसा कमाने के बाद भी सुविधाओं का आनंद नहीं उठा पा रहे हैं. इसका एक मात्र कारण है महंगाई. भारत में भी महंगाई बहुत है. यहाँ जो गरीब है वो और गरीब हो रहा है और जो अमीर है वो और तरक्की कर रहा है. विकास का ये गैप देश को आगे नहीं पीछे ले जाता है.
ऐसा ही एक और देश है जहाँ महंगाई इतनी बढ़ गई है कि अब लोग पैसे गिनकर नहीं बल्कि सामान के बराबर तौलकर देते हैं.
सुनकर भले ही आपको हैरानी हो रही है लेकिन ये सच है और इसी धरती का देश है.
अमेरिकी महाद्वीप का एक ऐसा देश जहाँ की स्थिति बहुत बुरी है. करीब तीन करोड़ की आबादी वाले वेनेजुएला में इस संकट की जड़ें 2014 तक जाती हैं जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में दो-तिहाई तक की गिरावट आ गई थी. इससे वेनेजुएला की आय पर काफी बुरा असर पड़ा.
दुनिया के बाकि देशों की अपेक्षा इस देश की हालत बहुत ही खराब है. लोग बाज़ार में जाकर पैसे तौलकर देते हैं. बड़ी अजीब बात है वेनेजुएला की करेंसी के लिए. दुनिया में तेल के सबसे बड़े भंडार यहां पर हैं लेकिन, उस तेल की पूछ अब पहले जैसी नहीं रही. खबरों के मुताबिक बीते दो साल के दौरान तेल की बिक्री से होने वाली वेनेजुएला की आमदनी करीब 40 फीसदी घट गई है. इसका असर उसकी मुद्रा बॉलिवर पर पड़ा है जिसकी कीमत लगातार गिरती जा रही है.
घर से निकलते वक्त अब लोग अपनी जेब में नहीं बल्कि बोरों में ठूंस-ठूंसकर नोट ले जा रहे हैं लेकिन, उनसे जरूरत भर की मामूली चीजें ही खरीद पा रहे हैं.
वेनेजुएला की करेंसी इतनी गिर गई है की कई जगह नोट गिनकर नहीं बल्कि तौलकर लिए जा रहे हैं. लोग अपने किचन का सामान भी बहुत पैसे देने के बाद ही ले पा रहे हैं. कहीं ऐसा न हो कि इस देश के लोगों के पास एक दिन खाने के लिए कुछ भी न बचे, क्योंकि उनके पैसे जो खर्च होते जा रहे हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि अब लोगों को महीने की सैलरी भी कम ही मिल रही है.
भारत में गरीबी का आलम बहुत बुरा है, लेकिन इस देश की हालत देखने के बाद लगता है कि कहीं न कहीं हम ठीक हैं. इस वजह से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं. छोटी-छोटी चीजों के लिए भी उन्हें हजारों के नोट खर्चने पड़ रहे हैं. इस संकट से वेनेजुएला को तभी राहत मिल सकती है जब तेल की कीमतें बढ़ जाएं या फिर कोई दूसरा देश उसकी आर्थिक मदद करे. इस देश के लोग विश्व बैंक से कुछ उधार मिलने और दूसरे देशों के अपने देशों में व्यापार करने के आस में नज़रें गड़ाए बैठे हैं.
वेनेजुएला की करेंसी की ये हालत कैसे ठीक होगी, ये तो वहां की सरकार ही जाने, लेकिन एक बात तो तय है कि वहां की सरकार को दूसरे देशों से अपील करना चाहिए कि उनेक देश में आए और बिज़नेस करें.