यमन में युद्ध खत्म – इस दुनिया में अमेरिका सबसे ताकतवर देश है।
यह बात पूरी दुनिया को भी मालूम है और अमेरिका खुद भी जानता है। तभी तो वह हमेशा दादागिरी दिखाते रहता है। अमेरिका में किसी एक कंपनी के मंदी में जाने की वजह से पूरी दुनिया में मंदी शुरू हो जाती है। हाल ही में जिस तरह से अमेरिका की करेंसी डॉलर ने पूरी दुनिया में उथल-पुथल मचाई है वह अब तक की सबसे बड़ी मंदी है।
युद्ध की करता है शुरुआत
अमेरिका के एक बार कहने से युद्ध शुरू भी हो जाते हैं और युद्ध खत्म भी हो जाते हैं। अमेरिका ने कभी नहीं सोचा कि इतने सारे युद्द करने के बजाय अगर वह किसी देश की गरीबी खत्म करने में ध्यान देगा तो वह ये काम आसानी से कर सकता है।
यमन में युद्ध खत्म
हाल ही में अमेरिका ने यमन में युद्ध खत्म करने की घोषणा की है। ऐसा अमेरिका ने भुखमरी की वजह से किया है। भुखमरी के डर के से यूएस ने यमन में जारी युद्ध को खत्म करने की अपील की। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पेओ ने सऊदी गठबंधन और ईरान समेत सभी पक्षों से यमन में जारी युद्ध को खत्म करने की अपील की है। हाल में, यूएन ने कहा था कि यमन की आधी जनसंख्या भुखमरी की चपेट में आ सकती है। वहीं, यमन में चार वर्षों के युद्ध में करीब 10,000 लोग मारे जा चुके हैं।
दिया 30 दिनों का समय
यमन में युद्ध खत्म करने के लिए अमेरिका ने 30 दिनों का समय दिया है। यमन में चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए अमरीका ने गृह युद्ध खत्म करने का आह्वान करते हुए मांग की है कि अगले 30 दिनों में लड़ाई खत्म हो जानी चाहिए। रक्षा सचिव जिम मैटिस और राज्य सचिव माइक पोम्पियो ने यमन गृहयुद्ध में शामिल सभी प्रतिभागियों से अगले 30 दिनों में युद्धविराम के लिए सहमत होने को कहा। वाशिंगटन में यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में एक कार्यक्रम में मैटिस ने कहा, “अब से 30 दिनों की सीमा के भीतर हम चाहते हैं कि सभी पक्ष युद्द से पीछे हट जाएं। सेना की वापसी के आधार पर युद्धविराम का फैसला किया जाएगा। उसके बाद संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत मार्टिन ग्रिफिथ्स अपना आगे का काम करेंगे।”
यमन में गृहयुद्ध खत्म होने का समय
अमेरिका में गृहयुद्ध खत्म होने का समय आ गया है। रक्षा सचिव के यमन के युद्ध को खत्म करने की घोषणा करते ही अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, “संयुक्त राज्य अमरीका, संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत मार्टिन ग्रिफिथ्स को यमन में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान खोजने में सहायता करने के लिए सभी दलों का आह्वान करता है।” पोम्पियो ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र विशेष दूत को नवंबर में किसी तीसरे देश की सहायता से परामर्श खोजना चाहिए।”
भुखमरी से हुई थी सात साल की बच्ची की मौत
यमन में पड़ी भुखमरी की भयावह तस्वीर लोगों के सामने तब आई जब भुखमरी से सात साल की बच्ची अमल हुसैन की मौत हो गई। कुछ समय पहले अकाल और भुखमरी से बेहद कमजोर पड़ चुकी इस बच्ची की तस्वीर पूरी दुनिया में वायरल हो गई थी। यमन में सऊदी अरब की सेना के जरिए हुए हवाई हमलों के कारण अमल के परिवार को तीन साल पहले पहाड़ों में अपने घर से भागने के लिए मजबूर कर दिया था। अमल हुसैन की बीमार मां ने उसकी मौत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा,”मेरा दिल टूट गया है। आखिर भूख से लड़ते लड़ती मेरी बच्ची ने दुनिया को अलविदा कह दिया है।”
भुखमरी फैली थी
युद्ध के कारण यमन में भुखमरी फैली थी और इस युद्द में शामिल देश यमन की भुखमरी को युद्ध के हथियार की तरह ही इस्तेमाल कर रहे थे। जिसमें अमेरिका में अप्रत्यक्ष रुप से शामिल था। अब अमेरिका भुखमरी से वहां मर रहे लोगों को देखते हुए युद्ध समाप्त करने की घोषणा की है। 30 दिनों के अंदर वहां से सारी सेनाएं हटा ली जाएंगी।
यह एक तरह से यमन के लोगों के लिए अच्छी खबर है। उम्मीद है कि यह जल्द ही खत्म हो।