हार्वे मिल्क हाई स्कूल
प्रसिद्ध समलैंगिक अधिकार कार्यकर्ता हार्वे मिल्क के नाम पर ये विद्यालय बना है. ये स्कूल खासकर समलैंगिक और तीसरे लिंग के लोगों के लिए है. जैसा कि हम सब जानते है कि इस प्रकार के बच्चों को सामान्य विद्यालय में अक्सर भेदभाव और अन्य समस्याएं झेलनी पड़ती है.
वैसे ये स्कूल इन विशेष बच्चों के लिए ही नहीं है, इस स्कूल में कोई भी छात्र छात्रा दाखिला ले सकता है. समलैंगिकता का विरोध करने वालों ने इस विद्यालय का बहुत विरोध भी किया लेकिन ये विद्यालय आज भी चल रहा है और लोगों को समानता का व्यवहार करना सीखा रहा है.
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