88 साल की उम्र तक जिंदादिल… जिंदादिली की मिसाल
जिसकी एक झलक लोगों को दीवाना बना देती थी, एक एक अदा पर आहे भरती थी हसीनाएं.
जो एक बार मिल लेता औ बस दिवाना ही हो जाता था, वो थे देव आनंद.
ताउम्र जिन्होंने जिंदगी से आशिकी निभाई और जिन्दगी भी उनकी महबूबा बनकर रही.
आज देव साब का 91वा जन्मदिन है. आज उन्हें ये दुनिया छोड़े कई साल हो गए पर फिर भी लगता है कि वो यहीं है. उनका सिनेमा, उनके गीत, उनकी जिंदादिली. इसीलिए तो कहते है कि देव मारा नहीं करते वो तो अमर होते है. देव आनंद के बारे में बात करना या उनकी उपलब्धियां बताना सूरज को रोशनी दिखाने जैसा है.
आज उनके जन्मदिन पर आइये जानते है उनके बारे में कुछ जानी अनजानी बातें देव साब की कुछ तस्वीरों और उनकी फिल्मों के कुछ सदाबहार नगमों के साथ.