अनोखी चीज़ों की खोज – मोबाइल फोन से लेकर एरोप्लेन, लाइट और न जाने कितनी चीज़ें जिसका इस्तेमाल हम करते हैं सबका अविष्कार विदेशों में हुआ है.
तकनीकी अविष्कार की बात करें तो इसमें चीन और जापान हमेशा से ही आगे रहा है और ऐसा माना जाता है कि भारत के लोग कोई नई चीज़ खोज ही नहीं सकते, मगर ये सच नहीं है. भारत में भी कई चीज़ों का अविष्कार हुआ है, भले ही वो छोटी ही क्यों न हो, मगर खोज तो भारत ने आखिरकार की ही है.
चलिए आपको बताते हैं भारत के कुछ अनोखी चीज़ों की खोज के बारे में.
अनोखी चीज़ों की खोज –
१ – बटन
आपकी शर्ट, कुर्ते में जो बटन लगता है न उसकी खोज भारत ने की की है. भारत में बटनों का इस्तेमाल करीब 5000 साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता के वक्त से किया जाने लगा था. मोहनजोदड़ो की खुदाई में इसके अवशेष मिले थे. तब बटनों का इस्तेमाल गहनों की तरह किया जाता था.
२ – शैम्पू
सन 1762 के आसपास मुगल शासन के दौरान बंगाल के नवाब सिर में मालिश करने के लिए तेल का इस्तेमाल करते थे, जिसे चैंपो कहा जाता था. यही चैंपो आगे जाकर शैम्पू बना है, तो समझ गए न शैंपू बिल्कुल देसी है.
३ – प्लास्टिक सर्जरी
आज से करीब 2500 साल पहले भारतीय चिकित्सक सुश्रुत युद्ध या प्राकृतिक विपदाओं में जिनकी नाक खराब हो जाती थी उन्हें सर्जरी के जरिये ठीक करने का काम करते थे इसलिए उन्हें प्लास्टिक सर्जरी का जनक कहा जाता है. आज बड़े-बड़े सितारे प्लास्टिक सर्जरी के जरिए ही अपनी खूबसूरती को और बढ़ा रहे हैं.
४ – स्याही
ईसा से करीब 4 सौ साल पहले भारत में स्याही की खोज कर ली गई थी. दक्षिण भारत में तभी से स्याही और नुकीले पेन का इस्तेमाल किया जाने लगा था.
५ – फ्लश टॉयलेट
मोहनजोदड़ो की खुदाई के अनुसार इस सभ्यता के लोगों को हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग का बहुत ज्ञान था. ये काफी विकसित सभ्यता थी. इसमें फ्लश टॉयलेट के भी अवशेष मिले थे.
६ – शून्य की खोज
लगभग 458 ईस्वी में हिंदू खगोल विज्ञानी और गणितज्ञ आर्यभट्ट ने शून्य की खोज की थी. इसे भारत की महानतम खोजों में गिना जाता है.
७ – फाइवर ऑप्टिक्स
डॉ. नरेंद्र सिंह कपानी को ‘फाइवर ऑप्टिक्स का पिता’ कहा जाता है. उन्हें फार्च्यून मैग्जीन के द्वारा ‘7 Unsung Heroes’ की लिस्ट में भी शामिल किया जा चुका है.
८ – स्केल
रूलर स्केल का इस्तेमाल भी भारत में सिंधू घाटी सभ्यता के दौरान ही किया जाने लगा था. मोहनजोदड़ो की खुदाई में हाथी के दांतों से बने स्केल पाए गए थे.
९ – हीरे का खनन
करीब 5000 साल पहले ही भारत में हीरे का इस्तेमाल किया जाने लगा था. तब मध्य भारत में कृष्णा और गोदावरी नदियों के साथ बाढ़ की मिट्टी के जमाव के बीच हीरे के पाए गए थे. तभी से लोगों ने उनका खनन करना शुरू कर दिया था.
१० – कपास की खेती
सिंधू घाटी के समय भी भारत में कपास की खेती की जाती थी और लोग सूती कपड़े पहना करते थे, इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि हमने दुनिया को कपास की खेती करना सिखाया है.
ये है अनोखी चीज़ों की खोज – तो जनाब भारत को कम मत समझिए भले ही तकनीक के मामले में वो थोड़ा पीछे हो मगर भारत के आईटी और मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स ने विदेशों में भी अपनी बुद्धिमानी का परिचय दिया है.