अजीब गैजेट्स – गैजेट्स का मकसद हमारा काम आसान करना होता है।
बाजार में आए दिन नए-नए गैजेट्स आते ही रहते हैं। थोड़ा दिमाग पर जोर डालेंगे तो पाएंगे कि किचन से लेकर बेडरूम तक आप ना जाने कितने ही गैजेट्स का इस्तेमाल कर रहे होंगे।
लेकिन हजारों की संख्या में बनने वाले ये सभी गैजेट्स हमारे काम नहीं आते हैं। कुछ गैजेट्स को देखकर लगता है कि इन्हें बनाया ही क्यों गया है? शायद उत्पादक के पास ज्यादा ही खाली टाइम बच जाता है तो वो ऐसे अजीब गैजेट्स बना देते हैं।
अब आप इन अजीब गैजेट्स का इस्तेमाल तो कर नहीं सकते हैं। लेकिन इन्हें बनाया ही गया है तो क्यों ना देखकर मनोरंजन ही कर लिया जाए। बेचारे कुछ काम तो आएंगे।
तो चलिए देख लेते हैं कुछ अजीब गैजेट्स, जिनके बारे में जानकर आप हंसने लगेंगे या फिर अपना सिर पिट लेंगे।
गर्मी के दिनों में जूते पहनकर घूम लो तो हालत और खराब हो जाती है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए ये एयरकंडीशनर वाले जूते बनाए गए हैं। इनमें कोई बड़ी मशीन नहीं लगी है। वो तो बस फ़िल्टर की मदद से हवा अंदर जाती है। ये कितने काम के है, यह तो पहनने के बाद ही पता चल पाएगा।
यह है ‘सबवे स्लीपर हैट’। बस या ट्रेन में नींद लग जाए तो झटके लगते रहते हैं और गिरने का डर भी लगा रहता है। ऐसे में यह खास हैट आपको इधर-उधर गिरने से बचाएगी।
वैसे तो नैनो टेक्नोलॉजी पर फोकस बढ़ता जा रहा है। मगर लोग आज भी बड़े टेबलेट्स रखना पसंद करते हैं। जिनके पास बड़ा हैंडसेट है, वो समझ सकते हैं कि ये ‘थंब एक्सटेंडेर’ क्या काम आएगा।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में जगह मिलना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में आप अपनी सीट अपने साथ लेकर चलिए । ये सीट रखने की जगह कैसे मिलेगी, ये आपको देखना पड़ेगा।
खुजली सभी को होती है, मगर बताता कोई नहीं है। मगर एक महान इंसान ने इसे मुश्किल मानकर इससे निपटने के लिए ‘बैक स्क्रैचर टी-शर्ट’ बना दी। अब आप अपने साथी को आसानी से बता सकते हैं कि खुजली आखिर चल कहा रही है।
इस खास ब्रा का नाम ‘हसबैंड हंटिंग ब्रा’ है। यह जापान की देन है। जिन महिलाओं को पति की तलाश है वो यह पहन सकती है। इसमें एक टाइमर चलता रहता है और जब इसमें रिंग घुसा देते हैं तो यह बंद हो जाता है। इसका इस्तेमाल क्या है? पता नहीं।
यह कुछ काम का लग रहा है। लेकिन देखकर हंसी भी आ रही है। मतलब चप्पल में कीचड़ लगा हो, तब भी इसी से बॉटल खोले क्या?
अंडा तोड़ना, नारियल तोड़ने इतना मुश्किल काम है क्या? इसके इन्वेंटर को लगता होगा, तभी तो ऐसा गैजेट बनाया है।
इस पत्थर को देखकर आपको लग रहा होगा कि ये कोई पेन ड्राइव है या कोई नया डिवाइस? ये कुछ नहीं है, इसका काम बस लोगों को सोचने के लिए मजबूर करना है कि यह है क्या? अरे सच में ऐसा ही है।
अगर कोई अंदर जाकर कम समय भी लगा रहा होगा तो अब वो ज्यादा समय लगाने लगेगा। पर अगर बॉल ज्यादा दूर चली गई तो बार-बार उठाने जाएंगे क्या?
ये है अजीब गैजेट्स – आप ही बताइए, इनमें से कोई भी गैजेट आपको काम का लगा? नहीं ना। फिर भी ना जाने क्यों इन पर इतनी मेहनत की गई है। छोड़िए हमें क्या करना, हम तो बस इन्हें देखकर ठहाके लगा लेते हैं।