वीगर मुसलमान – पाकिस्तान का सबसे ज्यादा हितैषी और परम मित्र राष्ट्र चीन पाकिस्तान के प्रमुख धर्म यानि की ईस्लाम का कितना सम्मान करता है यह जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
चीन एक नास्तिक देश है जहां धर्म और धार्मिकता जैसी कोई चीज नहीं हैं। यहां सिर्फ एक ही सतारुढ़ राजनैतिक पार्टी राज करती है और अधिकतर लोग नास्तिक है। चीन में बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग अधिक रहते हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की चीन में धार्मिक सहिष्णुता का बहुत ही बुरी तरह से उल्लंघन हो रहा है और इसका सबसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है चीन के वीगर मुस्लमानों को।
यूं तो चीन खुद को मुसलमान बहुल राष्ट्र पाकिस्तान का समर्थक बताता है लेकिन हकीकत ये है की चीन में वीगर मुस्लमानों की आबादी तेजी से कम हो रही है।
आइए जानते हैं कि चीन के वीगर मुसलमानों के साथ आखिर हो क्या रहा है।
कौन है वीगर मुसलमान –
चीन के शिनजियांग प्रांत में एक करोड़ से भी ज्यादा संख्या में वीगर मुसलमान रहते हैं। लेकिन चीन के बहुसंख्यक नस्लीय समूह ‘हान’ वीगर मुस्लिमों की जमीन छीन रहा है।
क्या हो रहा है वीगर मुसलमानों के साथ –
वीगर मुसलमानों के मानवाधिकारों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। यहां पर नियम ना मानने वालो को जेल में डाल दिया जाता है। एक रिपोर्ट बताती है कि चीन के शिनजियांग प्रांत में तकरीबन 10 लाख मुस्लमानों को जेल में डाल दिया गया है। पत्रकारों को यहां रिपोर्टिंग करने की छूट नहीं हैं। यहां विशेष तरह की जेल बनाई गई हैं जहां वीगर मुस्लमानों को खूब टॉर्चर किया जाता है। वीगर मुस्लमानों की संस्कृति को खत्म करके इन्हें चीन की मुख्य धारा में शामिल करने की कोशिश की जा रही है। यहां ना सिर्फ जेल में बंद कैदीयों पर बल्कि हर एक वीगर मुसलमान के घर में भी निगरानी रखी जा रही है। साफ शब्दों में कहा जाए तो चीन में वीगर मुसलमानों की निजता को पूरी तरह खत्म ही कर दिया गया है।
क्यों वीगर मुस्लमानों पर जुल्म ढ़ा रहा है चीन –
दरअसल चीन ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य तमाम देशों में भी मुसलमानों को शक कि निगाह से देखा जाता है। चीन को मुसलमानों की धार्मिक कट्टरपंथिता के कारण आतंकवाद और अलगाववाद फैलने का खतरा है इसलिए चीन वीगर मुसलमानों की संस्कृति को तबाह कर उन्हें चीन की संस्कृति से जोड़ना चाहता है। साथ ही इससे पहले चीन के बहुसंख्यक हान समुदाय और वीगर मुस्लिमों के बीच दंगा हो चुका है और चीन नहीं चाहता कि ऐसी स्थिति दोबारा देखने को मिले। एक करोड़ आबादी वाले इन मुसलमानों में से तकरीबन 10 लाख तो जेलों में ही जिंदगी बिता रहे हैं। इन मुसलमानों को रखने के लिए बेहद विशाल जेल का निर्माण करवाया गया है जिसका विस्तार कार्य भी किया जा रहा है। बीबीसी की ग्राउंड रिपोर्टिंग ने चीन के वीगर मुसलमानों के जुड़ी इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया लेकिन चीन इन दावों को सिरे से खारिज कर रहा है।
चीन से भागे हुए वीगर मुसलमान चीन में अपने खराब अनुभवों को बयां करते हुए बताते हैं कि वहां उन्हें नमाज पढ़ने, लंबी दाढ़ी रखने और महिलाओं को हिजाब पहनने की भी मनाहीं है।
दुनियाभर के 24 देशों में वीगर मुसलमान रहते हैं जो खुद को चीन से ज्यादा दूसरे मुल्कों में सुरक्षित मानते हैं। चीन विश्व की ताकत बन चुका है इसलिए वीगर मुसलमान के मुद्दे पर कोई भी देश चीन पर दबाव बनाने से बच रहा है यहीं कारण है कि चीन अपने ही बाशिदों के नागरिक अधिकारों का हनन कर रहा है।