7) परोपकारी
अरे ऐसा मत सोचिये कि जो दुनिया का भला करने निकला है वो आपका भी भला ही करेगा! ये वो दोस्त होते हैं जो आये दिन किसी ना किसी चैरिटी के लिए पैसे इकट्ठे कर रहे होते हैं और आपके पास सबसे पहले आएँगे! अब कभी-कभी चैरिटी करना अच्छा लगता है पर अपना पेट काट कर तो आप किसी और को नहीं देंगे ना?
इन दोस्तों से तो उनकी दुश्मनी भली!
कम से कम उनका चेहरा तो नहीं देखना पड़ेगा! और फिर सबसे बड़ी बात, आपके पैसे आपकी जेब में ही रहेंगे! फिर अपनी मर्ज़ी से खर्चो, जिस मर्ज़ी को चैरिटी में दो या अपने भविष्य के लिए बचा के रखो!