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हर कॉलेज में मिल जाएंगे ये 8 तरह के सीनियर, आपको कैसा मिला था?

कॉलेज के सीनियर – कॉलेज लाइफ से हर किसी की कुछ खट्टी मिट्टी यादें जुड़ी होती हैं, दोस्तों के साथ की गई मौज मस्ती, कॉलेज बंक करके फिल्म देखना जैसी बातें याद करते आज भी आपके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती होगी.

वैसे कॉलेज लाइफ में दोस्तों व टीचर्स के अलावा हम जिस चीज़ को याद रखते हैं वो है हमारे सीनियर्स. ये सीनियर्स कई तरह के हो सकते हैं, कुछ को आप मदद के लिए याद करते हैं तो कुछ को आपको परेशान करने के लिए.

चलिए आपको बताते हैं कि आमतौर पर कॉलेज के सीनियर की कितनी वैरायटी मौजूद रहती है.

कॉलेज के सीनियर –

१ – ज़िंदगी को लेकर कन्फ़्यूज़्ड

आपको शायद कुछ ऐसे सीनियर्स भी मिले होंगे जिन्हें खुद पता नहीं होता कि पढाई खत्म करने के बाद वो क्या करेंगे. अपनी ज़िंदगी को लेकर वो खुद तो कन्फ्यूज़्ड रहते ही हैं, कई बार आपको भी कन्फ्यूज़न में डाल देते हैं. इसलिए ऐसे सीनियर्स से कुछ न पूछने में ही भलाई रहती है. ऐसे लोग अपना ग्रैज्युशने पूरा करने के बाद ये तो कोई पोस्ट ग्रैज्युएशन कोर्स कर लेते हैं या कोई छोटी-मोटी नौकरी.

२ – रॉकस्टार

जी नहीं हम रॉकस्टार रणबीर कपूर की बात नहीं कर रहे, बल्कि कॉलेज में खुद को रॉकस्टार समझने वाले सीनियर्स की बात कर रहे हैं. जो काली टीशर्ट, लंबे बाल और एक हाथ में गिटार लिए घूमते रहते हैं. ये सीनियर आपको अच्छे लग सकते हैं, क्योंकि पढ़ाई के साथ ही ये आपका मन जो बहलाते हैं. इन्हें देखकर आप भी इनके जैसा ही बनना चाहेंगे.

कॉलेज के सीनियर

३ – शिकायत करने वाले

ये वो सीनियर होते हैं जो क्लास के पहले दिन से किसी न किसी बात को लेकर शिकायत करना शुरू कर देते हैं. इन्हें कभी आपसे, कभी टीचर्स से, तो कभी कॉलेज से ही कोई न कोई प्रॉब्लम होती है. पर ये दिल के बहुत साफ़ होते हैं. ये कुछ भी अपने दिल में नहीं रखते, हां, हर बात पर बस रोना रोते रहते हैं.

कॉलेज के सीनियर

४ – केयरिंग

कुछ सीनियर ऐसे होते हैं, जो हमारे लिए मां से कम नहीं होते. क्योंकि वो मां कि तरह हमेशा हमारा ख़्याल रखते हैं. हमारी केयर करते हैं, हमें हमेशा अपने नोट्स देते हैं. जब भी परीक्षा होती है तब हमें बिना कहे पढ़ाते हैं और हमारे अच्छे नंबर आने पर उतना ही खुश होते हैं, जितनी हमारी मां. मां की तरह ही ये सीनियर आपको सलाह भी देते हैं.

५ – बड़े बाप का बेटा

कुछ सीनियर ऐसे होते हैं जिनके पापा किसी बड़ी पोस्ट पर होते हैं. अगर कॉलेज में या कॉलेज के बाहर कोई काम फंस जाए या कोई परेशानी हो तो बस इनसे कहने भर की देर होती है, तुरंत मदद के लिए हाज़िर रहते हैं. अपने पापा से कहलवा कर हमारी प्रॉब्लम को सॉल्व कर देते हैं.

कॉलेज के सीनियर

६ – टीचर्स का रिश्तेदार

ऐसे सीनियर्स गॉसिप के लिए बेस्ट होते हैं क्योंकि इन्हें कॉलेज के बारे में पहले से ही सब पता होता है. कौन-सी टीचर कब छुट्टी पर जा रही है, किसकी किस्से शादी हो रही है इस बारे में भी इन्हें सब कुछ पता होता है.

 

७ – टीचर्स का फेवरेट

ज़ाहिर सी बात है टीचर का फेवरेट वही होगा जो बहुत सीनसियर और पढ़ाकू होगा. इस कैटेगरी वाले सीनियर रोज़ सुबह 7:30 का लेक्चर अटेंड करते है और टीचर्स की अटेंडेंस बुक मैनेज करते हैं. ये सीनियर हमारे बड़े काम के होते हैं, जब भी हमें टीचर्स से अपनी कोई बात मनवानी होती है हम इन्हें आगे कर देते हैं.

कॉलेज के सीनियर

८ – इमोशनल

ऐसे सीनियर्स को हमेशा बस यही डर रहता है कि अब हम सब बिछड़ जाएंगे. कॉलेज फ़ेस्ट हो, एनुअल फंक्शन हो, पिकनिक हो या कुछ भी इनका सिर्फ़ एक ही रोना रहता है कि इस बार सब हम तय करेगें क्योंकि ये हमारा लास्ट ईयर है. बात-बात पर इनोशनल हो जाना इनकी आदत है.

कॉलेज के सीनियर

कॉलेज के सीनियर – अब ज़रा याद करिए की कॉलेज में आपको इन कैटेगरी में से कौन-कौन सी कैटेगरी वाले सीनियर मिले थे और आप खुद किस कैटेगरी वाले सीनियर थे?