ट्विटर का सीटीओ – भारतीयों की बौद्धिकता और काबिलयत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि आज के टाइम में दुनिया की लगभग 30 से ज्यादा बड़ी कपंनियों के बड़े पदों पर भारतीय विराजमान है ।
फिर चाहे हम गूगल के सीईओ सुंदर पिच्चई की बात करें या फिर माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला की । इनके अलावा एडोप, पेप्पसी, जोमाटो जैसी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के सीईओ और सीटीओ के पद भारतीयों के नाम है।
साथ ही दुनियाभर की बड़ी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों में काम करने वाले अधिकतर कर्मचारी भारतीय हैं ।
अब इन कंपनियों में वर्ल्ड वाइड पॉपुलर सोशल मीडिया साइट ट्विटर का नाम भी शामिल हो चुका है । ट्विटर का सीटीओ के पद के लिए कुछ वक्त पहले मुंबई आईआईटी के छात्र पराग अग्रवाल चुने गए । और कुछ खबरों की माने तो पराग ट्विटर के लिए लकी भी साबित हुए है क्योंकि पराग के ट्विटर का सीटीओ चुने जाने के बाद ट्विटर के मुनाफे में काफी इजाफा हुआ है । हालाकिं पराग से पहले भी कई भारतीय ट्विटर में काम कर चुके हैं । लेकिन ट्विटर का सीटीओ के पद के लिए अभी तक किसी भी भारतीय का चुनाव नहीं हुआ था।
आपको बता दें पराग अग्रवाल ने 2016 में कंपनी छोड़ चुके एडम मेंसिगर की जगह ली है ।
पराग अग्रवाल के अंतर्गत मशीन लर्निंग, ट्विटर के ग्राहक एंव राजस्व उत्पाद और इंफ्रास्ट्रक्चर की टीम की देखरेख की जिम्मेदारी है । पराग अग्रवाल को सीटीओ बनाने का ऐलान ट्विटर ने पिछले साल अक्टूबर में ही कर दिया था । लेकिन पराग अग्रवाल ने अपने पद को हाल ही में संभाला है । पराग अग्रवाल मुंबई आईआईटी के छात्र रह चुके है । बॉम्बे आईआईटी से पढाई पूरी करने के बाद पराग अग्रवाल ने स्टैनफार्ड यूनिर्वर्सिटी से अपनी कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की पढ़ाई पूरी की है। हालांकि पराग अग्रवाल अब ट्विटर के सीटीओ नियुक्त किए गए हो ।
लेकिन ट्विटर का सीटीओ बने से पहले पराग ट्विटर के लिए बतौर इंजीनियर भी काम कर चुके हैं ।
पराग अग्रवाल ट्विटर के साथ साल 2011 में जुड़े थे । साथ ही उन्हें प्रतिष्ठ सॉफ्टवेयर इंजीनियर के किताब से भी नवाजा जा चूका है । पराग अग्रवाल ट्विटर के साथ जुड़ने से पहले माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च, याहू रिसर्च और एडीएंडटी लैब्स जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं । ट्विटर की आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पराग अग्रवाल की देन माना जाता है । जिसकी मदद से ट्विटर खुद के गलत इस्तेमाल को रोकता है । साथ ही पराग की आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से ट्विटर पर यूजर्स के टाइमलाइन पोस्ट में काफी परिवर्तन देखने को मिले है । वैसे आपको बता दें पराग अग्रवाल ट्विटर के साथ जुड़ने वाले पहले भारतीय नहीं है इसे पहले भारत के ऋषि जेटली, शैलेश राव और परमिंदर सिंह ट्विटर के बड़े पदों पर काम कर चुके हैं ।
लेकिन पराग अग्रवाल का ट्विटर का सीटीओ के पद पर नियुक्ति वाकई में भारत के लिए गर्व की बात है । और ये दर्शाता है कि आधुनिकता के इस दौर में एक अहम योगदान भारत का भी है ।
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