विशालकाय कंकाल – आजकल सोशल मीडिया खबरें फैलाने का सबसे आसान और तेज तरीका बन गया है।
अब व्हॉट्सऐप के ज़रिए भी तस्वीरें वायरल होने लगी हैं लेकिन इन तस्वीरों में छिपी बातें कितनी सच होती हैं ये तो इनकी गहराई में जाने पर ही पता चलता है।
आपको बता दें कि ऐसी तस्वीरों से जुड़ी अधिकतर कहानियां फर्जी होती हैं और असल में इनका कोई आधार नहीं होता है। इन्हें तो बस लोगों का आकर्षण बनाने के लिए बनाया जाता है।
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हो रही है जिसके सच का पता लगाना बहुत जरूरी हो गया है। इस तस्वीर में एक विशालकाय कंकाल है जिसे भीम के बेटे घटोत्कच का बताया जा रहा है। इस वायरल हुई तस्वीर का सच जानना बहुत जरूरी है।
इस तस्वीर पर कैप्शन लिखा था ‘ कुरुक्षेत्र के पास खुदाई करते समय विदेशी पुरातत्व विशेषज्ञों को एक 80 फुट की लंबाई के मानव कंकाल के अवशेष मिले हैं। इसे महाभारत काल के भीम के बेटे घटोत्कच का बताया जा रहा है और हम भारतीयों को ये सब बातें काल्पनिक लगती हैं लेकिन इस खबर को डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित किया गया है।‘ पहले भी कई बार ये तस्वीर वायरल हो चुकी है।
तस्वीर के पीछे का सच
इस तस्वीर के साथ और भी कई तरह के संदेश वायरल हो रहे हैं। इनमें से एक संदेश में लिखा है कि भारतीय सेना और नेशनल जियोग्राफी चैनल ने घटोत्कच के इस कंकाल को बरामद किया है। हालांकि, इस मामले में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने कुरुक्षेत्र या किसी अन्य जगह ऐसे कंकाल के होने की बात से इनकार किया है।
नेशनल जियोग्राफिेक चैनल ने बताया कि है कि उसकी किसी भी टीम को ऐसा कोई कंकाल नहीं मिला है। इन बातों के आधार पर ये साफ होता है कि विशालकाय कंकाल की वायरल हुई ये खबर फेक है।
आर्टवर्क का है कमाल
आपको बता दें कि जिस तस्वीर में विशालकाय कंकाल को दिखाकर महाभारत के भीम के पुत्र घटोत्कच का नाम लिया जा रहा है वह एक आर्ट वर्क का कमाल है। जी हां, ये साफ-सुथरा दिख रहा कंकाल इटली के कलाकार जिनो डि डॉमिनिक्स ने बनाया है। इस तस्वीर को तब लिया गया था जब उनका यह आर्ट वर्क इटली के शहर मिलना के प्लाजो स्क्वायर पर रखा गया था।
जिनो अपने विचित्र आर्ट वर्क के लिए मशहूर हैं। इसके अलावा दूसरा फोटो कंप्यूटर से बनाया गया है। वर्थ 1000 नाम की वेबसाइट ने आर्कियोलॉजिकल एनॉमलीस नाम का एक कॉम्पटीशन रखा था। इसके तहत पुरानी चीज़ों से जुड़े क्रिएटिव फोटो बनाने थे। एक यूज़र ने फोटो बनाकर वेबसाइट पर अपलोड कर दी थी जो अब भी डिजाइन क्राउड नाम की बेबसाइट मौजूद है।
अब तो आप समझ गए ना कि सोशल मीडिया पर इस तरह की तस्वीरें जो वायरल होती हैं वो फर्जी हैं। आपको भी इस तरह की तस्वीरों और खबरों पर यकीन करने की जरूरत नहीं है। अगर वाकई में घटोत्कच का कंकाल मिला होता तो विज्ञान की दुनिया में तहलका मच जाता लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
आपको सोशल मीडिया पर आने वाली किसी भी खबर पर भरोसा करने से पहले उसकी प्रमाणिकता को जांच लेना चाहिए।