“तुम मुझे खून दो मैं, तुम्हे आज़ादी दूंगा.”
ये शब्द आज भी किसी भी हिन्दुस्तानी में जोश भर देते है. ये नारा दिया था भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े देशभक्त नेताओं में से एक सुभाष चन्द्र बोस ने.
जब भी बात आज़ादी की लड़ाई की आती है तो अधिकतर युवाओं के आदर्श भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और सुभाष चन्द्र बोस जैसे क्रांतिकारी ही है.
सुभाष चन्द्र बोस का व्यक्तित्व ऐसा है कि लगता है किताबों के पन्नों में से कोई महानायक निकलकर आ गया है.
अद्भुद शौर्य और तेज़ दिमाग का विलिक्षण मिश्रण थे नेताजी. आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण भाग था.
जब स्वतंत्रता सेनानी छोटे छोटे समूहों में अंग्रेजी हुकूमत से लोहा ले रहे थे उस समय नेताजी ने एक सेना बनाने का निर्णय लिया. अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए एक पूरी फौज़ खडी कर दी.
बर्मा में जब उन्होंने भारत के युवाओं से कहा “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा ” तो जैसे पूरे भारत के युवा में एक नए जोश का संचार हो गया था.
भारत की आज़ादी के लिए सुभाष केवल भारत तक ही सीमित नहीं रहे विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटिश हुकुमत के दुश्मन देशों से भी नेताजी ने सहायता मांगी. जापान,जर्मनी ने नेताजी को सहायता का आश्वासन भी दिया.
अंदमान निकोबार में तो जापानी सेना और आजाद हिन्द फौज़ ने अंग्रेजों को खदेड़ दिया था.
यदि वर्ल्ड वॉर के दौरान जापान जर्मनी की हार नहीं होती तो शायद हमारा देश पहले ही आज़ाद हो जाता.
नेताजी के जीवन में बहुत से उतार चढाव थे. सुभाष का व्यक्तित्व बहुत ही रहस्यमय था. इस बात का पता इस बात से चलता है कि सुभाष की हवाई दुर्घटना में मृत्यु को भी बहुत से लोग सच नहीं मानते. ना जाने कितने सालों से सुभाष चन्द्र बोस से सम्बंधित फाइलें और तथ्य जनता से छुपकर रखे गए है.
हवाई दुर्घटना के बाद भी बहुत से लोगों ने अलग अलग जगह सुभाष चन्द्र बोस को देखे जाने की बात कही थी.
आज 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्मदिन है. इस वर्ष ये जन्मदिन कुछ खास है. सालों से नेताजी के रिश्तेदार और नेताजी के समर्थक इस बात की मांग करते रहे है कि सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु और उनके जीवन से जुडी जो फाइलें और दस्तावेज़ सरकार के पास है उन्हें सार्वजनिक किया जाए.
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि सुभाष चन्द्र बोस से जुड़े दस्तावेज़ सार्वजनिक किये जायेंगे. पहले चरण में नेताजी से जुड़े 100 दस्तावेज़ सार्वजनिक किये जायेंगे.
आज सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का कार्य शुरू हो चूका है. नेताजी के परिवार की उपस्थति में एक समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का कार्य शुरू किया है.
ये सभी दस्तावेज इन्टरनेट पर उपलब्ध होंगे. आशा है कि इन दस्तावेजों से सुभाष चन्द्र बोस की जिंदगी से जुड़े सवालों के जवाब मिलेंगे.
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