पुनर्जन्म की सच्ची घटना – आपने कहानी-किस्सों में जरुर सुना होगा कि कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति जन्म लेता है और उसको पुराना जन्म याद होता है.
उसे ज्ञात होता है कि वह पहले यहाँ जन्मा था और उसके साथ ऐसा हुआ था. आप बेशक इस बात पर यकीन न करें लेकिन धर्म भी इसे सच बोलता है और अब तो विज्ञान भी इसे सच मानने लगा है.
तो पुनर्जन्म के बारें में आगे कुछ जानने से पहले हम आपको बताते हैं पुनर्जन्म की सच्ची घटना – कुछ ऐसी सच्ची घटनाएँ जो कुछ समय पहले घटित हुई हैं-
पुनर्जन्म की सच्ची घटना – 9 साल बाद हुआ पुनर्जन्म
मुजफ्फरनगर में एक बालक के साथ बड़ी विशाल समस्या खड़ी हो गयी थी कि जब वह 9 साल का हुआ तो उसको अपना पिछला जन्म याद आने लगा था. इस बालक का नाम वीरसिंह था. पहले तो जब वह अपने माँ-बाप और पुराने माता-पिता की कहानी बताता था तो सब मजाक में लेते थे. किन्तु एक दिन बालक ने अपना पुराना गाँव, गली और घर का नंबर तक सब बता दिए थे.
यहाँ तक की बालक को अपने पिता लक्ष्मीचंद का नाम भी पता था. जैसे ही बालक लक्ष्मचंद से मिला तो वह रोने लगता है. बाद में बालक से जो भी सवाल पुराने जन्म का पूछा गया था वह हूबहू इसने बताया था.
ये है पुनर्जन्म की सच्ची घटना !
पुनर्जन्म की सच्ची घटना – हरियाणा में भी कुछ ऐसा ही हुआ था
इसी साल जुलाई का यह केस है. हरियाणा के पलवल में रहने वाले एक बालक ने बताया था कि उसकी पत्नी की उम्र 45 साल है और वह उस गाँव में रहती है. उसकी मौत काफी पहले एक सड़क हादसे में हो गयी थी.
जब छानबीन हुई तो यह बात भी बिल्कुल सच निकली थी. यह सिद्ध भी हुआ था कि हाँ बालक का यह नया जन्म है और इसको पिछला जन्म अच्छे से याद है.
तो पुनर्जन्म के बारें में हिन्दू धर्म क्या कहता है
हिन्दू धर्म भी पुनर्जन्म पर कहता है कि हाँ यह संभव है.
व्यक्ति कई बार गलती के कारण समय से पहले ऊपर बुला लिया जाता है. जब आत्मा का हिसाब शुरू होता है तो पता चलता है कि इस आत्मा को तो समय से पहले ही बुला लिया गया है तो आत्मा को वापस भेजा जाता है. किन्तु यदि धरती पर उस आत्मा का शरीर ही नहीं है तो वह आत्मा भटकने लगती है. इसके अन्दर आत्मा और उस शरीर की कोई गलती नहीं होती है तो तब इस तरह के केस में उस आत्मा को नया शरीर दिया जाता है और उसकी पुरानी यादें मिटाई नहीं जाती हैं ताकि वह अपने पुराने लोगों से मिलकर बचा हुआ हिसाब पूरा करे.
तो धर्म के अनुसार पुनर्जन्म की यही एक कहानी है. साथ ही कुछ लोग यह भी बताते हैं कि कुछ अच्छी आत्माओं को पुनर्जन्म इसलिए दिया जाता है ताकि वह धरती पर जाकर लोगों के साथ न्याय करती हैं. किन्तु ऐसा अधिकतर संतों के साथ ही होता है.
पुनर्जन्म पर विज्ञान का मत
शुरुआत में विज्ञान पुनर्जन्म को अंधविश्वास से जोड़कर देखता था किन्तु जब इस तरह की घटनाएँ विदेशों में भी हुई तो विज्ञान को इस बात के ऊपर रिसर्च करनी पड़ी.
आज विज्ञान पुनर्जन्म को सच तो मानता है किन्तु यह क्यों और कैसे होता है इसका जवाब इसके पास नहीं है.
तो इस तरह से बोला जा सकता है कि पुनर्जन्म की सच्चाई आपको सिर्फ और सिर्फ धर्म से ही प्राप्त हो सकती है. धर्म आत्मा और उसके हिसाब होने की बात सदा बोलता है. इसीलिए बोला जाता है कि इंसान को इन जन्म में तो सदा ही नेक काम करने चाहिए ताकि अगले जन्म को सही किया जा सके अन्यथा आत्मा का हिसाब बहुत दर्दनाक होता है.