धर्मगुरु, मौलवी, पादरी कहने को तो ये सब लोग मज़हब के ठेकेदार होते है.
ऐसा दिखाते है कि इन्हें मोह माया से कोई मतलब नहीं है.
लेकिन सच कुछ और ही होता है अगर अख़बार और समाचार की सुर्ख़ियों पर नज़र डाले तो सेक्स सम्बन्धित अपराधों में सबसे ज्यादा धर्म के ठेकेदार ही फंसते है. चाहे मामला बच्चों के यौन शोषण का हो या फिर नन के साथ बलात्कार.
2015 में गुजरात के नरोदा में स्थित स्वामी नारायण मंदिर के एक पुजारी के ऐसे ही एक सेक्स स्कैंडल का खुलासा हुआ. ये पुजारी लडको के साथ अप्राकृतिक सेक्स करता था. इतना ही नहीं मानसिक रूप से बीमार ये पुजारी उन लड़को को पहले लड़कियों के कपडे पहनाता था और फिर उनके साथ ज़बरदस्ती सेक्स करता था और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देता था.