293 मुंबई विरुद्ध श्रीलंका (2009)
सहवाग ने दुनिया के किसी भी गेंदबाज़ को नहीं बख्शा था. विश्व के सबसे बेहतरीन स्पिनर माने जाने वाले मुरलीधरन के विरुद्ध उनका रिकॉर्ड कुछ खास अच्छा नहीं था.
लेकिन इस टेस्ट मैच के बाद उन्होंने साबित कर दिया कि जब वो खेलते है तो किसी भी गेंदबाज़ की उनके सामने एक नहीं चलती. इस मैच में सहवाग ने 293 रन बनाए.
वो दुनिया के पहले तीन तिहरे शतक ज़माने वाले खिलाडी बनने से तो चूक गए पर उन्होंने इस पारी में 47 बार गेंद को सीमा रेखा के बाहर पहुँचाया.
वीरेंद्र सहवाग ने हर तरह के क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. सहवाग के बाद शायद ही कोई इतना जिंदादिल बाल सुलभ और विस्फोटक खिलाडी भारत में क्या दुनिया की किसी टीम में नहीं आने वाला. सहवाग शायद इकलौते ऐसे खिलाड़ी थे जो असली क्रिकेट को भी विडियो गेम के अंदाज़ में खेलते थे.