अगर आप दांतों की किसी भी समस्या को बहुत हल्के में लेते हैं या फिर उसे नज़रअदाज़ करते हैं तो हम आपको बता दें कि आपकी ये आदत आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है.
क्योंकि दांतों से जुड़ा हुआ कोई भी इंफेक्शन सीधे आपके दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों को पैदा कर सकता है.
कैविटी वैसे तो दांतों से जुड़ी आम समस्या है लेकिन इसे नज़रअदाज़ नहीं करना चाहिए.
विशेषज्ञों की मानें तो समय पर दांतों का इलाज नहीं कराने से शरीर में दूसरी बीमारियों के पनपने का खतरा बढ़ जाता है. खासकर जिन लोगों की दांतों की जड़ों से जुड़ी समस्या होती है उनमें एक्यूट कोरेनरी सिंड्रोम का खतरा 2.7 फीसदी तक बढ़ जाता है.
आइए एक नज़र डालते हैं दांतों में सड़न होने की वजह और इससे होनेवाली बीमारियों पर.
दांतों में सड़न पैदा होने की वजह
दांतों की सड़न न सिर्फ दांतों की खूबसूरती को बिगाड़ती है बल्कि ये व्यक्ति के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है. विशेषज्ञोंकी मानें तो इनैमल में बैक्टीरिया वाले अम्ल के जमा हो जाने से दांतों की सतह कमज़ोर होने लगती है और दांतों में सड़न पैदा होने लगती है. अगर सही समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो ये दांतों के आंतरिक ढांचे को पूरी तरह से खराब कर दांतों को गिरा देती है.
सड़न से होती हैं ये बीमारियां
दांतों की नियमित रुप से सफाई न होने से दांत सड़ने लगते हैं और उनमें छोटे-छोटे गड्ढे बन जाते हैं जो काफी पीड़ादायक होते हैं. दांतों की सड़न का सीधा असर हमारी सेहत पर भी पड़ता है.
दांतों की सड़न से मुंह से दुर्गंध आने लगती है इतना ही नहीं इससे डायबीटीज, ब्लड प्रेशर और दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
ऐसे करें दांतों की देखभाल
– सुबह जागने के बाद और रात में सोने से पहले रोज़ाना दो बार ब्रश करें.
– जीभ को टंग क्लीनर या फिर ब्रश से अच्छी तरह साफ करें.
– दांतों के बीच फंसी गंदगी को साफ करने के लिए प्लॉस का उपयोग करें.
– कुछ भी खाने-पीने के बाद कुल्ला करना ना भूलें.
– हर छह महीने में दांत ज़रूर चेक कराएं.
– शुगर फ्री चूइंग-गम चबाएं, इससे मसल्स को मज़बूती मिलती है और दांत भी साफ होते हैं.
हमेशा इस बात को याद रखिए कि स्वस्थ और मज़बूत दांत आपकी मुस्कान की खूबसूरती बढ़ाते हैं इसलिए दांतों की छोटी से छोटी समस्या को भी नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए.
इसके अलावा अपने दांतों की देखभाल करने के साथ ही समय-समय पर चेकअप भी कराना चाहिए.