10. भारतीय संस्कृति पर हावी होती पश्चिमी सभ्यता
हमारी भारतीय संस्कृति ने देश के साथ विदेश में भी अपनी खासी पहचान बनाई हुई है. लेकिन आज पश्चिमी सभ्यता का देशवासियों पर इतना गहरा प्रभाव पड़ा है कि उन्हें एकल रहना ज्यादा पसंद आने लगा है, बुर्जगों का सम्मान तो जैसे वह भूल ही गए हैं.
भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु और सुखदेव ने आजादी के समय बिलकुल नहीं सोचा था कि इन लोगों के बलिदान के बाद भी आज़ाद भारत इस तरह का हो जायेगा.
आज यह लोग आज़ाद भारत देख वाकई निराश होंगे.