उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी तक जो भी निर्णय लिए उससे हिंदू ही अधिक खुश नजर आ रहे थे.
लेकिन अब योगी ने एक ऐसी पहल की है जिसके बाद गरीब मुस्लिमों को भी लगेगा, नहीं योगी सरकार सबका साथ सबका विकास के माडल पर काम कर ही है.
योगी आदित्यनाथ की सरकार में अमीर मुस्लिम से कहा है कि अमीर मुस्लिम हज यात्रा पर मिलने वाली सरकारी सब्सिडी छोड़ें ताकि इसका फायदा उन्हें मिल सके जिन्हें इसकी वास्तव में जरूरत हो.
अर्थात जिस प्रकार केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर लाखों लोगों ने गैस की सब्सिडी स्वेच्छा से त्याग दी और उसका बहुत बड़ा लाभ गरीबों को मिला. उनके घर में भी गैस का चूल्हा आ गया.
इसी प्रकार अमीर लोग भी अगर हज यात्रा पर मिलने वाली सरकारी सब्सिडी त्याग देंगे तो उस पैसे से कोई गरीब जरूरतमंद मुसलमान हज यात्रा कर आएगा.
यूपी के मुस्लिम वक्फ और हज मंत्री मोहसिन रजा का कहना है कि वैसे भी हज यात्रा के लिए सब्सिडी गरीबों के लिए है न कि अमीर मुस्लिमों के लिए. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना होगा कि हज यात्रा पर मिलने वाली सरकारी सब्सिडी योग्य मुस्लिमों को मिले.
मोहसिन रजा ने कहा कि हम सिर्फ जायज लोगों को सब्सिडी देंगे जो खुद से हज यात्रा का खर्च उठाने में असमर्थ हों. अगर कोई व्यक्ति लाखों-करोड़ों का मालिक है तो उसे सरकार के पैसों से हज यात्रा नहीं करनी चाहिए.
गौरतलब हो कि पिछली सरकार जिसमें आजम खान हज मंत्री थे, उसमें हज सब्सिडी के वितरण में कोई पारदर्शिता नहीं थी. किन लोगों को हज सब्सिडी के लिए चुना गया इसका आधार क्या है इसको लेकर पारदर्शिता नहीं थी.
बहराल, नई योगी सरकार नियमों की समीक्षा कर रही हैं. वह हज यात्रा पर मिलने वाली सरकारी सब्सिडी के बारे में पूरी पारदर्शिता चाहती हैं. जानकारों का कहना है कि अगर ऐसा हो गया तो जो गरीब मुसलमान है वो पैसे और किसी राजनीतिक सिफारिश न होने के कारण हज यात्रा नहीं जा पता है अब नई व्यवस्था में उसके लिए भी समान अवसर उपलब्ध होंगे.
जब लोगों को निष्पक्ष व्यवस्था मिलेगी तो संभावना है कि योगी आदित्यानाथ को लेकर उनकी भी सोच में बदलाव आएगा.