कलियुग में लगभग हर व्यक्ति आधुनिक जीवनशैली के मुताबिक अपना जीवन-यापन कर रहा है. कामयाबी और धन-दौलत की चकाचौंध को पाने के लिए जाने-अंजाने में इंसान ना जाने कितने ही पाप कर बैठता है और खुद को पाप का भागीदार बना लेता है.
हर व्यक्ति अपनी नींद, चैन और सुकून सबकुछ दांव पर लगाकर दिनरात बस पैसों के पीछे दौड़ रहा है, ताकि इन पैसों से वो अपने और अपने परिवार के लिए सुख-सुविधा के सारे अत्याधुनिक साधन जुटा सके.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि कलियुग में कई तरह के पाप बढ़ गए हैं और इंसान जाने-अंजाने कई पापों का भागीदार बन रहा है लेकिन इससे भी हैरत की बात तो यह है कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने कलियुग में होनेवाले पापों की भविष्यवाणी भी की थी जो आज सच साबित हो रही हैं.
हालांकि कलयुग में बढ़ते पापों के बीच भी इंसान भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा बताई गई इन 4 बातों को ध्यान में रखकर अपनी जिंदगी को आसान बना सकता है. तो चलिए जानते हैं जिंदगी को आसान बनाने वाली श्रीकृष्ण की चार खास बातें.
श्रीकृष्ण ने स्वयं बताए हैं ये 4 कार्य
दरअसल भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भागवत गीता में कई नीतियों के उपदेश दिए हैं इसमें बताए गए एक श्लोक के मुताबिक कलयुग में जो मनुष्य उनके द्वारा बताए गए चार काम करता है तो ना सिर्फ उसे अपने पापों से मुक्ति मिलती है बल्कि उसे मृत्यु के बाद स्वर्ग की प्राप्ति भी होती है.
1- गुप्त दान करना
भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार जो व्यक्ति कलयुग में दान करता है उसका जीवन आसान हो जाता है. दान करने का अर्थ है किसी जरूरतमंद को वो चीज मुफ्त में मुहैया कराना जिसे पाने के लिए वो सक्षम नहीं है. हालांकि दान करने से पहले या बाद में किसी को भी अपने द्वारा किए गए दान के बारे में नहीं बताना चाहिए क्योंकि दान वही होता है जिसे गुप्त रखा जाए.
2- जप और ध्यान
कलयुग के इस आधुनिक युग में लोगों के पास भगवान की पूजा-पाठ करने के लिए समय नहीं होता है. आज के इस दौर में कुछ गीने-चुने लोग ही ऐसे हैं जो रोजाना ध्यान और जप करते हैं.
दरअसल सिर्फ भगवान को प्रसन्न करने के लिए ही पूजा-पाठ नहीं की जाती बल्कि पूजा-पाठ इंसान को उसकी अंतरआत्मा से जोड़ता है. नियमित रुप से जप और ध्यान करनेवाला व्यक्ति अपनी गलतियों को पहचानकर उसे सुधारने की कोशिश करता है.
3- आत्म संयम रखना
पैसों के पीछे भागते-भागते कई बार व्यक्ति का मन और दिमाग दोनों एक-दूसरे से विपरित दिशा में चलने लगते हैं और जाने-अंजाने में व्यक्ति कोई ना कोई पाप कर बैठता है. लेकिन गीता में श्रीकृष्ण द्वारा दिए गए ज्ञान के अनुसार मन और दिमाग दोनों को काबू में करने के लिए आत्म संयम का होना बेहद जरूरी है.
4- सत्य बोलना
कलयुग में सत्य पर असत्य इतना हावी होने लगा है कि सत्य और असत्य का पता लगाना किसी भी इंसान के लिए बेहद मुश्किल हो गया है. किसी भी व्यक्ति की बातों से यह अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि वो सच बोल रहा है या झूठ. इसलिए भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि जो व्यक्ति कलयुग में हमेशा सत्य के मार्ग पर चलेगा उसका जीवन आसान हो जाएगा.
बहरहाल मान्यताओं के अनुसार श्रीकृष्ण की बताई गई इन चार अहम बातों पर चलना कलयुग के इंसानों के लिए थोड़ा मुश्किल जरूर है लेकिन जो व्यक्ति इन चार बातों का पालन करेगा उसका जीवन बेहद आसान हो जाएगा.