हम बड़ी भक्ति और शक्ति के साथ माता के व्रत तो कर लेते हैं लेकिन व्रतों के बीच में कई बार कुछ ऐसे काम भी कर देते हैं जो हमारी भक्ति खराब कर देते हैं.
ऐसे में व्यक्ति को ध्यान रखना चाहिए की उसको क्या करना है और क्या नहीं करना है.
तो आइये पढ़ते हैं नवरात्रों में करने और ना करने वाले कुछ काम-
माता के दिनों में क्या करें-
1. रोज करनी है पूजा
नवरात्रों में प्रतिदिन व्यक्ति को माता की पूजा जरुर करनी चाहिए. पूजा का अर्थ मात्र यह नहीं है कि आप अगरबत्ती जला दें. रोज व्यक्ति को माता के मन्त्रों द्वारा माता की आराधना करनी चाहिए.
2. माता का दीया जरूर जले
घर में सुबह शाम माता का दीया जरूर जलाना चाहिए. इससे घर में नकारात्मक शक्तियों का असर खत्म हो जाता है.
3. साफ़ कपड़े प्रयोग करना
इन नौ दिनों के व्रत में व्यक्ति को रोज साफ़ वस्त्रों का ही प्रयोग करना चाहिए. रोज के गंदे कपड़ों का प्रयोग ना हो तो ही बेहतर रहता है.
4. नौ दिनों तक व्रत रखना
आज यह बात विज्ञान भी मानने लगा है कि व्यक्ति यदि उपवास करता है तो इस कार्य से शरीर की सफाई हो जाती है। दूसरी तरफ भक्ति की दृष्टी से भी उपवास बहुत महत्वपूर्ण बताये गये हैं। आज कलयुग में उपवास एक तरह की तपस्या ही हैं।
5. कन्या भोजन कराना
माता जी के आठवें दिन, माता जी की विशेष पूजा का आयोजन किया जाना, शुभ बताया जाता है। इस पूजा के लिए यदि किसी ब्राह्मण की मदद ली जाए तो उत्तम रहता है और यदि ब्राह्मण ना हो तो खुद से, माता स्रोत पाठ और ध्यान पाठ करना चाहिए।
6. ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें
नवरात्रों में एक बात का विशेष ध्यान सभी को रखना चाहिए कि यदि आप व्रत कर रहे हैं या नहीं कर रहे हैं लेकिन इन नौ दिनों में हर व्यक्ति को ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए।
माता के दिनों में क्या न करें-
1. भोजन में छौंक का प्रयोग वर्जित
नवरात्रों में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि घर में भोजन के अन्दर छौक ना लगे. इन नौ दिनों में सामान्य भोजन ही करना बेहतर रहता है.
2. लहसुन-प्याज का प्रयोग ना करें
नौ रात्रों में घर के अन्दर लहसुन और प्याज प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। तामसी पदार्थ का उपयोग व्यक्ति को नहीं करना चाहिए.
3. दाढ़ी, नाखून व बाल काटना नौ दिन बंद रखें
नवरात्रों में व्यक्ति को दाढ़ी, नाखून व बाल नहीं कटवाने चाहिए। शास्त्रों ने इस कार्य को, नवरात्रों में साफ़ मना किया है.
4. दारू का प्रयोग ना करें
माता के नौ दिनों की भक्ति वाले दिनों में, मनुष्य को मांस और मदिरा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति इस तरह की वस्तुएं प्रयोग करता है तो यह घातक साबित हो सकती हैं.
तो अगर आप माता के व्रत कर रहे हैं या नहीं किन्तु इन बातों का ध्यान रखने से आपको लाभ प्राप्त जरुर होगा.