भारत में स्थित ये पाकिस्तान मिसाल है कि आज भी लोग विभाजन का दर्द नहीं भूले है. इस गाँव का नाम पाकिस्तान उन्होंने ना सिर्फ जाने वाले लोगों की याद में रखा है बल्कि ये गाँव इस बात को बताता है कि भारत और पाकिस्तान चाहे तो एक साथ खुश रह सकते है.
दोनों देशों की आवाम तो अमन चैन चाहती है पर सियासत चलाने वालों को शायद अमन चैन मंज़ूर नहीं है.