सबसे मुश्किल जॉब – दुनिया में कई ऐसे काम हैं जो करने सबसे ज्यादा मुश्किल होते हैं। कुछ लोगों को ऐसी जॉब करने में मजा आता है जिसमें हर रोज़ एक नई चुनौती हो और कुछ नया करने का मौका मिले।
ऐसी जॉब के लिए सैलरी भी खूब मिलती है और करने वाले को सुकुन भी लेकिन दुनिया में एक ऐसी जॉब भी जो शायद सबसे ज्यादा मुश्किल है और इसमें आपको कोई सैलरी भी नहीं मिलती है।
जी हां, आज हम आपको दुनिया की सबसे मुश्किल जॉब के बारे में बताने जा रहे हैं। आपको बता दें कि ये जॉब ना केवल महिलाओं के लिए बल्कि पुरुषों के लिए भी काफी मुश्किल होती है।
ये है दुनिया की सबसे मुश्किल जॉब
शादी के बाद पति-पत्नी बनकर दो लोगों की जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है लेकिन पैरेंट्स बनने के बाद तो जैसे जिंदगी में तूफान और खुशियां एकसाथ ही आ जाती हैं। कहते हैं कि इस दुनिया में मां की जॉब सबसे ज्यादा मुश्किल होती है लेकिन ये सच नहीं है। मां की तरह पिता की जिम्मेदारियां भी कुछ कम नहीं होती हैं।
मां इतना दर्द सह कर अपने बच्चे को जन्म देती है और उसका बच्चा उसके शरीर का हिस्सा होता है। कहीं ना कहीं मां और बच्चे के बीच आत्मिक जुड़ाव होता है और शायद इसीलिए मां अपने बच्चे को सबसे ज्यादा प्यार करती है।
लेकिन पैरेंटिग क जब बात आती है तो पिता को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। एक पिता भी अपना पूरा दिन अपने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए कमाने में निकाल देता है। उनके लिए घर बनाना, पैसा कमाना, उन्हें अच्छे स्कूल भेजना वगैरह करने में ही एक पिता का सारा जीवन निकल जाता है।
अगर आप भी अपने परिवार पर गौर करें तो पाएंगें कि आपके पिता ने भी आपके सुखद भविष्य के लिए कितना कुछ किया है। मां के योगदान का गुणगान तो पूरी दुनिया करती है लेकिन एक पिता के कंधों पर जो जिम्मेदारियां हैं उन्हें सब नज़रअंदाज़ कर देते हैा।
पिता भी हैं खास
एक बच्चे को बड़ा करना और उसे अच्छे संस्कार देना मां के साथ-साथ पिता की भी जिम्मेदारी होती है। पुरुष अपने परिवार के लिए खूब मेहनत करते हैं और खूब पैसा कमाने में लगे रहते हैं। ऐसे में ना तो उन्हें भूख-प्यास की सुध रहती है और ना ही अपने लिए किसी खुशी की उम्मीद। बच्चा पैदा होने के बाद उनका तो जैसे सारा जीवन ही बच्चों के लिए समर्पित हो जाता है।
अगर आप भी अब तक सोच रहे थे दुनिया में मां की जॉब ही सबसे ज्यादा मुश्किल होती है तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपकी सोच में थोड़ा बदलाव तो जरूर आया होगा। अब तक अगर आप भी अपने पिता के त्याग को नज़रअंदाज़ करते आए हैं तो अब उनके लिए कुछ करना शुरु कर दें।
पैरेंटिंग माता और पिता दोनों मिलकर ही करते हैं। ये काम किसी अकेले के बस का नहीं है। आपको समझना चाहिए कि आज हम जहां भी हैं आपको वहां तक पहुंचाने में आपके पिता के खून-पसीने की कमाई लगी है और आपको उनकी इज्जत करनी चाहिए।