आंकड़ों की माने तो तिरुपति बालाजी में हर साल सिर्फ मुंडन में कटे बालों को बेचने से ही 50 करोड़ के आसपास कमाई होती है. इस आंकड़े से आप अंदाज़ा लगा सकते है कि भक्त यहाँ जो चढ़ावा देते है उसकी बदौलत तिरुपति बालाजी का खजाना कितना होगा.लेकिन अगर ये कहा जाए कि हजारों करोड़ों के मालिक भगवन वैंकटेश गरीब है और सिर्फ गरीब ही नहीं कर्जे के नीचे दबे है तो आप क्या कहेंगे? आपको ये जानकार आश्चर्य होगा कि तिरुपति बालाजी मंदिर में आये श्रद्धालु चढ़ावे के माध्यम से भगवान पर चढ़ा कर्ज उतारने की कोशिश करते है.