3) अमृता प्रीतम
अगर सिख शेर होता है तो एक सिखनी, शेरनी!
सिख औरतें खुदको किसी भी मर्द के पीछे नहीं मानती. उनकी कार्यकुशलता और दूसरों के ऊपर निर्भर ना होना हमेशा उनकी हिम्मत को सबके सामने बड़े शानदार तरीके से दिखाता है. बात की जाए अमृता प्रीतम की.
वे शायद 20वी सदी की भारत की सबसे महान लेखिका थीं. पंजाबी में लिखी इनकी कविताएँ, इनकी कहानियां और इनकी किताबें सिखों और भारत-पकिस्तान विभाजन के अनकहे सत्यों पर से बड़ी बेदर्दी से पर्दा उठा देती हैं. भई कवी हो तो ऐसा!