2) एक अघोरी अपने दिल में कभी भी नफरत पनपने नहीं देता
ऐसा माना जाता है कि अघोरियों और ‘नफरत’ का दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं है. अगर एक अघोरी के सीने में किसी व्यक्ति या किसी चीज़ के प्रति नफरत पैदा होने लग गई तो वह अघोरत्व से जुदा हो जाता है. अघोरी अपना खाना गायों, कुत्तों और अन्य जीवों के साथ मिल-बाट कर खाते हैं और उन्हें इन सभी जानवरों के साथ अपना खाना बाटने में कोई घृणा नहीं आती. इससे पता चलता है कि अघोरियों का दिल नफरत से अलग होता है.