7. एक दिलेर योद्धा
जब अंत में सब मारे जाते हैं तो दुर्योधन अकेले युद्ध करने जाता है और बहादुरी से युद्ध भी करता है. यह बात साबित करती हैं कि वह एक दिलेर योद्धा था. हमें दुर्योधन से सीखना चाहिए कि किसी भी स्थिति में आप मैदान छोड़कर भागों मत बल्कि मुश्किलों का सामना करों.