6) तमीज़ से ख़त्म कीजिये
ज़रूरी नहीं की हर डेट इश्क़-मोहब्बत पर जाके ख़त्म हो| कई बार महीनों तक डेट पर जाने के बाद लगता है की आप दोनों एक दुसरे के लिए सही नहीं हैं| ऐसे में लड़-झगड़ के या मुँह खट्टा करके रिश्ता ख़त्म करने की ज़रुरत नहीं है| सुलझे हुए लोगों की तरह एक अच्छे दोस्त बन कर एक दुसरे को समझाइये कि क्यों यह रिश्ता आगे नहीं बढ़ सकता और क्यों इसे ख़त्म करने में दोनों की भलाई है| फिर आराम से अपनी-अपनी राह पर चल पड़िए!
डेट पर जाना सच में बड़ा ही रोमांचकारी अनुभव होता है| उस में से खुशियाँ बटोरिये, चिड़चिड़ाहट नहीं! प्यार बाँटिये और प्यार ही पाइए, चाहे वो जीवन का सच्चा प्यार हो या एक दोस्ती जैसा गहरा प्यार|