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गंगा दशहरा पर खास ! इस दिन के 9 जरूरी काम और आपके भाग्य में आएगा सुख

यह बोला जाता है कि जब माँ गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर जन-जन के लिए आई थीं तो वह ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि थी, तभी से इस तिथि को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है.

साल 2016 में गंगा दशहरा का यह पर्व 14 जून, मंगलवार को बड़ी धूमधाम से देशभर में मनाया जाएगा.

इस दिन व्यक्ति अगर कुछ खास काम करता है तो उसके जन्म-जन्म के पाप खत्म हो जाते हैं और भाग्य का उदय होता है. तो इस बार 14 जून को इनमें से कुछ कार्य जरूर करें-

1. इस दिन गंगा स्नान संभव हो सके तो जरूर करे. गंगा घाट पर जाये और माँ गंगा में डुबकी लगाकर अपने पापों का भार कम करें.

2. अगर आप गंगा नहीं जा सकते हैं तो आप अपने घर पर रहकर एक अपने नहाने के पानी में गंगा जल की कुछ मात्रा डालें और माँ गंगा से आशीर्वाद की कामना करें.

3. आप अगर तीन बार हाथों में गंगा जल लेकर यह कसम लेते हैं कि आगे से सभी बुरे कर्म (अगर आप करते हैं तो) या तो भूल से कार्य हुए हैं वह आप छोड़ रहे हो, तो निश्चित रूप से आपके भाग्य का उदय होगा.

4. अगर आपके साथ कई समय से बुरा ही हो रहा है तो आप एक काम कीजिये कि गंगा दशहरा के दिन एक तो गंगा स्नान करें और शाम के समय जब गंगा आरती का समय हो जब आरती गंगा में शुद्ध घी का दिया छोड़ें, आपको लाभ मिलेगा.

5. आपका अगर जमीन से जुड़ा या धन काफी समय से रूका हुआ है तो आप इस दिन माँ गंगा से प्रार्थना करें और अपनी हैसियत अनुसार लोगों को प्याऊ लगाकर, पानी पिलायें या शरबत पिलायें. ध्यान रहे आपका दिल साफ हो. आपके रूके हुए कार्य बनेंगे.

6. यदि आपने पराई स्त्री या पुरुष के साथ सम्भोग किया है तो पाप आपको जीवनभर सताता रहेगा. इस पाप से मुक्ति प्राप्त करने के लिए आप इस दिन गंगा घाट जाएँ और वहां किसी मंदिर में बैठकर गंगा जी की आरती करें और शिव भगवान का मन्त्र जाप कर माफ़ी मांगे. आपका पाप खत्म होगा और आपका भाग्य उदय होगा.

7. घर पर आप इस दिन सत्य नारायण की कथा रखें और गरीबों को भोजन करायें. ऐसा करने से से घर की नकारात्मक शक्ति होगी.

8. आप इस दिन मटका किसी को दान कीजिये और गंगा माता के मन्त्रों का जाप कीजिये. तब आपका अगर विवाह नहीं हो रहा होगा तो आपके लिए अच्छे रिश्ते आने लगेंगे. मन्त्र- ॐ नमो भगवति हिलि हिलि मिलि मिलि गंगे माँ पावय पावय स्वाहा.

9. आप इस दिन अगर कम से कम 5 ब्राह्मणों को भोजन कराकर, उनके सामने अपने दुःख बताते हैं तो ब्राह्मण के आशीर्वाद से पीड़ा कम हो जाएगी. बस ब्राह्मण दिखावे वाला ना हो, बल्कि पूजा पाठ करता हो.

तो अब आने वाले गंगा दशहरा पर आप इन कामों को कर, अपने भाग्य का उदय कर सकते हैं.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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