6) सच्ची ख़ुशी या दिखावे की?
शादी के बाद हनीमून ज़रूरी होता है एक दुसरे को जानने, समझने और प्यार करने के लिए| वो ख़ुशी सिर्फ़ उस दम्पति की होती है जिसका दुनिया से कोई लेना-देना नहीं होता| पर अगर अपनी ख़ुशी इस बात में ढूँढ़ते हैं कि विदेश गए तभी हनीमून अच्छा है वरना नहीं तो ख़ुशी के माप-दंड एक बार फिर से जांच लीजिये!
विदेश का हनीमून कोई बुरी बात नहीं है, बल्कि बहुत कुछ देखने-सीखने को मिलता है लेकिन ध्यान रखिये कि जो हनीमून का उद्देशय है, वो पूरा हो! दुनिया में अपना स्तर ऊँचा करने के लिए नहीं, दिखावे के लिए नहीं बल्कि अपने साथी को प्यार करने के लिए हनीमून पर जाइए!
मज़े उड़ाइए!