10). लोग खाना खाने के लिए दोस्तों-परिजनों का साथ ढूँढ़ते हैं क्योंकि अकेले खाना खाना सबको पसंद नहीं आता| पर अगर आप कहीं भी कभी अकेले ही खाने का लुत्फ़ उठा लेते हैं तो मान लीजिये कि आपने अकेलेपन का मज़ा उठाना शुरू कर दिया है और एकाकी होने पर आपको तृप्ति मिलती है!
अकेलेपन से अगर आपने दोस्ती कर ली, तो समझ लीजिये आपके आधे दुःख गायब हो जाएँगे! अगर आप अपना साथ यूँही ख़ुशी-ख़ुशी निभा पाते हैं तो इस से बढ़कर कोई सुख नहीं है|