5 – माखन-मिश्री
कान्हा की नटखट लीलाओं के बारे में तो सभी जानते हैं कि किस तरह से उन्हें माखन-मिश्री प्रिय है और उसे खाने के लिए वो घर-घर से माखन चुराते थे इसलिए उन्हें माखन चोर भी कहा जाता है.
मिश्री का सबसे बड़ा गुण यह है कि जब भी इसे माखन में मिलाया जाता है तो उसकी मिठास माखन में पूरी तरह से घुल जाती है.
यह हमे सीख देती है कि हमें अपने भी अपने व्यवहार और वाणी रुपी माखन में मिश्री जैसी मिठास घोलनी चाहिए.
ये थी श्रीकृष्ण की प्रिय चीजें – भगवान श्रीकृष्ण बांसुरी, गाय, मोरपंख, कमल से बनी वैजयंती माला और माखन मिश्री से अत्यंत प्रसन्न होते हैं, जो भी श्रीकृष्ण के समक्ष श्रीकृष्ण की प्रिय चीजें भेंट करता है उन्हें श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है.