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यह 10 बातें जो दुनिया के सभी धर्म कहते हैं ! हिन्दू-मुस्लिम-सिख-इसाई, सबके लिए पढ़ना जरुरी है

दुनिया के सभी धर्म की किताबों में इंसान को कुछ उपदेश दिए गये हैं.

सभी धार्मिक पुस्तकों में कुछ बातें ऐसी हैं जो समान रूप से लिखी गयी हैं. लेकिन फिर भी हम सब इन बातों को ही समझ नहीं पाए हैं.

अच्छा होगा कि या तो हम इन बातों को समझ लें या फिर अपने धर्मों को छोड़ दें, क्योकि हम धार्मिक हैं ऐसा बोलना गलत है क्योकि हम पापी हैं और शैतान हैं. तभी तो इन बातों का पालन हम नहीं करते हैं-

चलिए देखते है दुनिया के सभी धर्म क्या कहते है –

1. शान्ति का पाठ दुनिया के सभी धर्म सिखाते हैं. कोई भी धर्म ऐसा नहीं है जो यह बोलता हो कि आप लोग हिंसा करो. लेकिन उसके बावजूद भी पृथ्वी पर परमाणु हमले हुए हैं. इंसानों को मारा जा रहा है. इसका सीधा सा मतलब यही है कि हम सभी अपने धर्म का पालन नहीं कर रहे हैं.


2. नेकी की कमाई करने का उद्देश्य हर धर्म देता है. सभी धर्मों की किताबों में लिखा हुआ है कि नेक कमाई करो. लेकिन फिर भी हम धोखे और गलत तरीकों के कमाते हैं.

3. इंसानियत ही इंसान का परम कर्त्तव्य होता है. गीता में इंसानियत का जिक्र हुआ है, तो वहीं कुरान में कई बार इंसानियत अपनाने को बोला जाता है. इंसानियत का काम है, इंसान की मदद करना, लेकिन हम इंसान को खत्म करने पर लगे हुए हैं.

4. रिश्तों में पवित्रता की बात भी हमारा धर्म कहता है. लेकिन आज हम सभी देख सकते हैं कि हमारे रिश्तों में पवित्रता तो नाम मात्र की बची है. हम सभी सब किसी मतलब और भूख की खातिर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं.

5. अब सबसे बड़ा उपदेश यह है कि दुनिया के सभी धर्म कहते हैं कि मैं (ईश्वर, अल्लाह, गॉड और वाहेगुरु) सभी चीजों में हूँ. मैं तेरे भी अन्दर हूँ और सामने वाले के भी अन्दर हूँ. लेकिन अब फिर भी सारी जिंदगी हम उसको खोजते रहते हैं.

6. दुनिया के सभी धर्म कहते है ईश्वर, अल्लाह एक है. हम सभी एक ही शक्ति से निकले हैं. यह बात सभी धर्मों में बचपन से बताई जाती है लेकिन फिर भी अंत तक हम कभी एक नहीं हो पाते हैं.

7. दुनिया के सभी धर्म जीओ और जीने दो की बात बताते हैं. लेकिन ना तो हम जी रहे हैं और ना दूसरों को जीने दे रहे हैं.

8. इंसान का इस दुनिया में जन्म लेने का मकसद एक ही है और वह है ईश्वर की प्राप्ति. लेकिन इन बात को हम कभी भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं.

9. सभी धर्म साफ़-साफ़ लिखते हैं कि मृत्यु एक निश्चित सच है. किसी की मृत्यु पर रोने से अच्छा है कि इस सच को स्वीकार किया जाए और अगले सफ़र के लिए नेक काम किये जायें.

10. अब अंतिम और मुख्य बात सभी धर्म यह बताते हैं कि इंसान को चिंता से मुक्त रहना चाहिए और चिंतन करना चाहिए. लेकिन फिर भी हम सभी चिंता में डूबे रहते हैं.

यही वो बातें है जो दुनिया के सभी धर्म सिखाते है – तो अगर आप धार्मिक हैं तब इन बातों का पालन आपको जरूर करना चाहिए. एक सत्य यह है कि सभी धर्म एक ही तरह की बातें बताते हैं तो हम सभी अलग-अलग कैसे हुए? असल में हम इंसान है और इंसानियत ही हमारा धर्म है.

Chandra Kant S

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