५) कचरा पेटी
यह तो हद है हमारी बेशर्मी की कि समुन्दर को कचरा पेटी मान बैठे हैं! घर में पूजा की, हवन किया, तो राख कहाँ डालेंगे? समुन्दर में! बीच पर खड़े होक भुट्टा खाया, अब उसे फेंकेंगे कहाँ? समुन्दर में! ऐसे हज़ारों किस्से हैं जो बताते हैं कि हम समुन्दर को गन्दा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते और फिर सरकार को और प्रशासन को दोष देते हैं कि वो लोग पर्यावरण साफ़ रखने में कोई कदम नहीं उठाते! अरे यार, अपने घर का गंद समुन्दर में क्यों डालना?
हर आदमी अपनी ज़िम्मेदारी समझ ले तो समुन्दर गन्दा होगा ही नहीं!
साग़र की लहरें मन को तारो-ताज़ा करने के लिए काफ़ी हैं, बिना एक भी रूपया खर्च किये! आईये इस एहसास को सबके लिए सुखद और ख़ुशनुमा बनाएँ!