4) रिश्तों की दुविधा
रिश्तों को लेकर आज की पीढ़ी सच में दुविधा में है| हर किसी को मोहब्बत करनी है पर उसके सच्चे मायने नहीं पता, इसलिए सुबह-शाम में 8-10 बार प्यार हो जाता है लेकिन उतने ही जल्दी टूट के बिखर भी जाता है|
सुझाव: प्यार करने के लिए प्यार मत करो, इसलिए करो कि उसके बिना ज़िन्दगी के कोई मायने ही न हों! जब ऐसा प्यार मिल जाएगा तो जीवन आसान होगा| तब तक काम और पढ़ाई पर ध्यान दो!