3) शरीर को लेकर शंकाएँ
हर तरफ टीवी-अखबारों में सिर्फ एक ही तरह के शरीर की चर्चा और प्रचार किया जाता है| अगर आपका रंग काला है या आप मोटे हैं तो एहसास कराया जाता है कि आप में कुछ कमी है! युवा पीढ़ी बस अपने रूप-रंग को लेकर ही परेशान बैठी है|
सुझाव: जो काम आता है वो है दिमाग और आपका दिल! इसलिए रूप-रंग पर उतना ही ध्यान दीजिये जितना कि एक सेहतमंद ज़िन्दगी जीने के लिए ज़रूरी है|