3)”अपने हर भाई की मदद करो, चाहे वो अत्याचारी हो या उत्पीड़ित! ऐसे में एक साथी ने पूछा, ‘पैगम्बर, (यह सच है) मैं उसकी मदद करूँगा जो उत्पीड़ित है लेकिन मैं एक अत्याचारी की मदद भला कैसे कर सकता हूँ?’ पैगम्बर मोहम्मद ने जवाब दिया: ‘उसे अन्याय करने से रोको| उसे अत्याचार करने से रोकना उसकी मदद करना होगा|’