चीज़ें जो गूगल पर सर्च नहीं करनी चाहिए – पहले ज्ञान और जानकारी किताबों से मिलती थी, लेकिन अब गूगल से. लोग अपनी हर समस्या का समाधान गूगल पर ही ढूंढ़ते हैं और गूगल बाबा के पास हर सवाल का जवाब मौजूद भी रहता है, लेकिन गूगल पर कुछ चीज़ें सर्च करना आपको भारी भी पड़ सकता है.
चलिए आपको बताते हैं चीज़ें जो गूगल पर सर्च नहीं करनी चाहिए –
चीज़ें जो गूगल पर सर्च नहीं करनी चाहिए –
- कैंसर से जुड़ा सर्च
अगर आप गलती से गूगल पर कैंसर शब्द के साथ किसी खाद्य पदार्थ का नाम जोड़ दें तो फिर देखिए गूगल आपको कितने रिज़ल्ट दिखाएगा. कुछ देर में ही आप दिमाग खराब हो जाएगा क्योंकि आपने सामने दिखेगा की अपनी रोज़ाना की ज़िंदगी में इस्तेमाल होने वाली आधी से भी ज्यादा चीज़ों से कैंसर हो सकता है और आपने एक बार ये सर्च कर लिया तो फिर आपके दिमाग़ में इसका कीड़ा घूमता रहेगा और आपको हमेशा लगेगा कि ये चीज़ खाने से कहीं आपको कैंसर न हो जाए. इसलिए बेहतर होगा कि इसे कभी सर्च ही न करें.
- बीमारी का इलाज
आजकल गूगल की बदौलत लोग बिना डिग्री के ही डॉक्टर बन गए हैं. बीमारी होने पर डॉक्टर के पास जाने की बजाय कुछ लोग ज़्यादा स्मार्टनेस दिखाने के लिए गूगल पर ही इलाज ढूंढ़ने लगते हैं और दवा भी खुद ही कर लेते हैं. अब गूगल पर दी गई हर चीज़ सही हो ये ज़रूरी तो नहीं. ऐसे में कई बार आपका ये एक्सपेरिमेंट आप पर ही भारी पड़ सकता है
- अबॉर्शन कैसे करें
ये बहुत ही संवेदनशली मुद्दा है फिर भी लोग इसे गूगल पर सर्च करते हैं मगर ये बहुत खतरनाक हो सकता है क्योंकि इससे आपकी जान को भी खतरा हो सकता है. प्रेग्नेंसी टर्मिनेट करवानी है तो सीधे डॉक्टर के पास जाएं खुद ही डॉक्टर न बन दाएं. बिना जानकारी के गलत दवा खाने पर इसका साइड इफेक्ट भी हो सकता है.
- चाइल्ड पॉर्न
पॉर्न देखने में कोई खराबी नहीं, मगर इसमें भी कुछ है जो बेहद गलत होता है. जैसे- चाइल्ड पॉर्न. छोटे मासूम बच्चे अपने लिए क्या फैसला करेंगे? इसके लिए बच्चों को किडनैप किया जाता है. उनकी खरीद-फरोख्त होती है. उनके ऊपर जुल्म होता है. क्या ऐसी किसी चीज में आनंद तलाशा जा सकता है? इंसान होंगे, तो इसका जवाब देंगे- नहीं. मगर कुछ लोग इंसान होकर भी इंसान नहीं होते. उन्हें गैर-मानवीय चीजों में भी मजा आता है. ऐसों के लिए कानून बना है. चाइल्ड पॉर्न बनाना या देखना, दोनों गैरकानूनी है. ऐसा करने वाले अगर पकड़े गए, तो उनको सजा होती है. सरकार ने नियम सख्त कर दिए हैं. गूगल पर सर्च करने से आप छुप नहीं सकते. आपका आईपी अड्रेस आपकी पहचान भी तो होता है.
- बम बनाने का तरीका
आतंकवाद बहुत बढ़ गया है. ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता, जब दुनिया के किसी हिस्से में कोई आतंकी वारदात न हो. इनसे निपटने के लिए सरकारें भी खूब मुस्तैद हो गई हैं. बहुत तैयारी कर रही हैं. इन तैयारियों का एक बड़ा हिस्सा इंटरनेट और सोशल मीडिया पर खर्च हो रहा है. की -वर्ड्स की एक लंबी लिस्ट होती है सुरक्षा एजेंसियों के पास. इधर आपने वो सर्च किया और आप उनके रडार पर आ गए. ‘हाऊ टू मेक अ बॉम्ब’ जैसे की-वर्ड्स इस लिस्ट का हिस्सा हैं. किसी भी तरह के अपराध या आतंकवाद से जुड़ी चीजें गूगल सर्च करने से आप मुसीबत में फंस सकते हैं. फिर चाहे आपने बस जिज्ञासा में आकर क्यों न सर्च कर लिया हो. ‘प्रेशर कूकर बॉम्ब’, ‘बैकपैक बॉम्ब’, ‘हाऊ टू प्रिप्रेयर फॉर लोन वुल्फ अटैक’, ‘हाऊ टू जॉइन ISIS’, ‘हाऊ टू डिरेल अ ट्रेन’, ‘हाऊ टू अटैक अ एयरक्राफ्ट’, जैसी दो-कौड़ी की चीजें कतई सर्च मत कीजिएगा. ऐसी चीजें सर्च करने पर लोगों को पुलिस पकड़ भी चुकी है, वैसे ऐसा विदेशों में ही हुआ है, लेकिन हमें पक्का यकीन है कि भारत का पहला केस आप नहीं बनना चाहेंगे.
ये है वो चीज़ें जो गूगल पर सर्च नहीं करनी चाहिए – तो अगली बार से कुछ भी सर्च करते समय इस बात का ध्यान रहे कि आप ऊपर बताई गईं चीज़ों को गूगल पर सर्च न करें.