कुल मैच | जीत | हार | जीत/हार अनुपात | |
चेन्नई | 115 | 69 | 44 | 1.57 |
मुंबई | 110 | 63 | 47 | 1.34 |
राजस्थान | 104 | 54 | 48 | 1.13 |
पंजाब | 106 | 55 | 50 | 1.10 |
कोलकत्ता | 104 | 53 | 49 | 1.08 |
हैदराबाद | 31 | 15 | 15 | 1.00 |
बेंगलूर | 108 | 52 | 53 | 0.98 |
दिल्ली | 105 | 44 | 59 | 0.75 |
(तालिका में आईपीएल-8 के रिजल्ट शामिल नहीं हैं.)
लाख-करोड़ों के खिलाड़ी और अरबों की टीम, एक से एक नाम, खिलाड़ी से लेकर कोच तक हर कोई अपना महारथी, पर अंतिम दुख प्रदर्शन में हुए ये सब फेल.
आईपीएल के अब तक के कुल 8 टूर्नामेंट हो चुके हैं. इनमें जो टीम शामिल हो रही हैं उनमें से कुछ टीमों को तो अब उनके मालिकों को बेच देना चाहिए. हर टीम का मालिक इतना तो चाहता ही है कि उसकी टीम फाइनल में तो जगह बना ही ले.
कुछ ऐसा ही खेल प्रेमी भी चाहते हैं उनकी टीम आईपीएल में अपने खेल से इनका खूब मनोरंजन करे. खिलाडियों के बल्ले से रन निकले और गेंदबाज़ अपनी बोल से विरोधियों को परेशान करें.
पर अब तक के कुल 8 टूर्नामेंट में कुछ टीमों ने तो इतना खराब प्रदर्शन किया है कि अब इन टीमों के मालिकों को अपनी-अपनी टीम को नीलाम कर देना चाहिए. इतने खर्चों के बाद भी अगर कोई टीम एक भी आईपीएल को जीतने में सफल नहीं हो रही हैं तो ऐसे में टीम को बेचने में ही फायदा हो सकता है.
आइये देखते हैं कि किन 3 टीमों को अब, आईपीएल टीम मालिकों को बेच देना चाहिए-
दिल्ली की टीम ने अपने हिसाब से सबकुछ करके देख लिया है लेकिन अब तक यह टीम कोई भी आईपीएल की ट्राफी अपने नाम नहीं कर पाई है. टीम शुरूआत में काफी बेहतर खेली थी लेकिन दुख इस बात का है कि टीम आज तक कभी फाइनल में नहीं जा सकी है. अब तक खेले कुल 105 मैचों में से 59 मैच में इनकी हार हुई है. मौजूदा आईपीएल-8 में भी टीम कुछ ज्यादा बेहतर कर पायेगी ऐसा लग नहीं पा रहा है.
टीम 2008, 2009 और 2012 में सेमीफाइनल तक जगह बेशक बनाई थी लेकिन फाइनल में आज तक यह टीम नहीं गयी है.
गेल से लेकर विराट कोहली और एबी डी विलियर्स, टीम को बनाने में किसी ने भी कोई कमी नहीं की है. पैसा पानी की तरह बहा दिया गया, खिलाडियों को खरीदने के लिए. पर यह तो वही बात हुई, ऊँची दुकान और फीके पकवान वाली.
टीम ने अब तक 108 मैच खेले जिनमें से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर को मात्र 52 मैच में जीत मिली है बाकी के 53 मैच में हार का सामना इनको करना पड़ा है. टीम का हार जीत का अनुपात 0.98 है.
2012 से पहले तो टीम बेशक एक बार फाइनल खेल चुकी है और सेमिफिनल तक जा चुकी है लेकिन 2012, 2013 और 2014 में टीम की काफी बुरी हालत रही है.
आईपीएल की शुरूआत जब 2008 में हुई थी तब पहला आईपीएल राहुल द्रविड़ की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने अपने नाम कप किया था. राजस्थान रॉयल्स टीम के मालिक और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को आज तक टीम से उम्मीद बनी हुई हैं कि टीम फिर से बेहतर खेल दिखा पायेगी.
2009 से 2014 तक टीम को कितनी बार बदल दिया गया है, हर बार ऊँचे दामों पर खिलाड़ी खरीदे गये हैं लेकिन टीम की हालत बेहतर नहीं हो पायी है.
अपने कुल 104 मैचों में से 54 मैच में जीत और 48 में इनको हार मिली है.
अब ऐसे में कुछ मौलिक सवाल यह हैं कि जब इतना पैसा लगाकर भी कोई टीम बेहतर नहीं खेल पा रही है तो क्या आईपीएल से इनको बाहर नहीं किया जा सकता है? और जो लोग टीम पर पैसा लगा रहे हैं उनको आखिर फायदा हो कहाँ से रहा है?
क्योंकि आईपीएल कुछ समय से सट्टेबाजी में फंसा हुआ है और कहीं टीम मालिकों को टीम की हार से कहीं नुकसान की जगह फायदा तो नहीं हो रहा है?
अगर इन टीमों से मालिकों को मानसिक और आर्थिक रूप से नुकसान हो रहा है तो जल्द से जल्द इन टीम को बेच देना चाहिए.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…