क्रिकेट में गेंद और बल्ले के बीच कड़ी टक्कर न हो तो वो मैच ही क्या!
मैच में कभी बल्लेबाज हावी रहता है तो कभी गेंदबाज। गेंदबाजों ने बहुत पहले ही स्विंग का इस्तेमाल करके बल्लेबाजों को परेशान करना शुरू कर दिया था, लेकिन बल्लेबाज को गेंदबाज का दिमाग पढ़ने के लिए ही जाना जाता है।
बल्लेबाज की सबसे बड़ी ‘खूबी’ तो गेंदबाज की ‘लय’ बिगाड़ना मानी जाती है।
क्रिकेट में नए प्रयोग होते रहे और इसी वजह से खेल की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती गई। विशेष तौर पर बल्लेबाजों ने क्रिकेट के नए शॉट इजाद किए हैं, जिसे प्रशंसक हर गेंद पर उन्हें वही शॉट खेलते देखना चाहते हैं।
एक नजर उन बल्लेबाजों पर जिन्होंने नए शॉट खेलकर क्रिकेट का रोमांच चरम पर पहुंचाया।
रिवर्स स्वीप
बेहद सामान्य सा एक असामान्य शॉट। बल्लेबाज गेंद की दिशा को बदलकर शॉट जमाता है। इस शॉट को इजाद करने का श्रेय वैसे तो पाकिस्तान के महान क्रिकेटर हनीफ मोहम्मद को जाता है, लेकिन जिम्बाब्वे के विकेटकीपर बल्लेबाज एंडी फ्लॉवर रिवर्स स्वीप खेलने के माहिर माने जाते रहे। मौजूदा समय में भारत के अजिंक्य रहाणे, दक्षिण अफ्रीका के मिस्टर 360 डिग्री एबी डीविलियर्स, ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल और इंग्लैंड के जो रूट व इयोन मोर्गन रिवर्स स्वीप का अच्छा उपयोग करते हैं।
अपर कट
भारत रत्न सचिन तेंडुलकर को अपर कट इजाद करने का श्रेय जाता है। सचिन ने तेज गेंदबाजों को अपने इस शॉट से काफी परेशान किया। इस शॉट को खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह था कि उन्हें ज्यादा दम लगाने की जरुरत नहीं होती थी। सिर्फ ऑफ साइड पर आई बाउंसर को बल्ले से थर्ड मैन की तरफ दिशा दिखा देते थे और रन बंटोर लिया करते थे। सचिन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ब्रेट ली और मिचेल जॉनसन जैसे घातक गेंदबाजों के सामने इस शॉट का जमकर उपयोग किया और खूब रन बंटोरे। सचिन को देखने के बाद भारत के ही शिखर धवन, अंबाती रायुडू और इंग्लैंड के इयान बेल ने इस शॉट का अच्छा से उपयोग करना शुरू किया।
स्विच हिट
इंग्लैंड के पूर्व विवादित बल्लेबाज केविन पीटरसन ने 2008 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में इस शॉट की खोज की थी। इस शॉट में बल्लेबाज अपने हाथों की अवस्था को बदलते हुए गेंद को दूसरी तरफ दिशा दे देता है। यानी दाएं हाथ का बल्लेबाज बाएं हाथ का बल्लेबाज बन जाता है और शॉट उड़ा देता है। इस शॉट को खेलना आसान नहीं है क्योंकि बल्लेबाज को अपने पैर और शरीर का संतुलन बहुत सही ढंग से बनाना होता है। पीटरसन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर ने भी इस शॉट का प्रयोग किया।
दिलस्कूप
श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान ने 2009 आईसीसी विश्व कप टी-20 में इस शॉट का आविष्कार किया था। दिलशान के नाम के लिहाज से इस स्कूप शॉट को ‘दिलस्कूप’ नाम दिया गया था। इस शॉट में बल्लेबाज अपने एक घुटने पर झुककर पूरा बल देता है और गेंद पर बल्ले का मध्य भाग लगाकर विकेटकीपर के ऊपर से बाउंड्री लाइन के पास भेज देता है। यह शॉट अधिकतर तेज गेंदबाजों की गुड लेंथ पर आई गेंदों के खिलाफ ही उपयोग में लाया जाता है।
मरेलियर स्कूप
जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर डगलर मरेलियर ने इस शॉट पर अपने नाम की मुहर लगाई थी। भारत के खिलाफ 1999 की वन-डे सीरीज में जवागल श्रीनाथ की लेग साइड पर आई बाउंसर को उन्होंने विकेटकीपर के ऊपर से बाउंड्री लाइन के पार भेज दिया। दरअसल, जिन गेंदों पर या तो रक्षात्मक रवैया अपनाया जाता है या फिर हुक शॉट जमाया जा सकता है, उस गेंद पर आगे वाले घुटने पर जोर देकर गेंद को विकेटकीपर के ऊपर से मारकर सीमा रेखा के पार भेजने में आसानी होती है। यह शॉट वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख बल्लेबाज एबी डीविलियर्स खेलते हैं।
पैडल स्वीप
इस शॉट की खोज करने का श्रेय बेशक इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर कॉलिन काउड्रे को जाता है, लेकिन सचिन तेंडुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न के खिलाफ इस्तेमाल करके शॉट को मशहूर कर दिया। पैड पर आती गेंद को खूबसूरती से स्क्वॉयर कट की तरफ मोड़कर बाउंड्री हासिल करने में सचिन का कोई सानी नहीं था। सचिन के बाद राहुल द्रविड ने भी इस शॉट का भरपूर उपयोग किया।
नटमेग शॉट
ऑस्ट्रेलिया की नई सनसनी स्टीवन स्मिथ ने इस शॉट की खोज की है। तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्केल की गेंद पर दो कदम आगे बढ़कर ऑफ स्टंप की गेंद को स्क्वॉयर लेग की दिशा में मोड़ने की महारत स्मिथ ने हासिल की है। 2015 विश्व कप में स्मिथ ने इस शॉट को खेलकर काफी रन बंटोरे।
रैंप शॉट
न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मॅक्कुलम ने क्रिकेट की किताब को नया शॉट उपलब्ध कराया है। चाहे तेज गेंदबाज हो या स्पिनर मॅक्कुलम क्रीज से एक कदम आगे जाते हैं और फिर स्कूप के समान ही गेंद को विकेटकीपर के ऊपर से बाउंड्री लाइन पर भेज देते हैं। मॅक्कुलम चूंकि एक या दो कदम आगे बढ़ते है इसीलिए उनके शॉट को रचनात्मक माना गया है और नया नाम दिया गया है।
हेलीकॉप्टर शॉट
यह शॉट क्रिकेट में कैसे आया, इसे बताने की वैसे कोई जरुरत नहीं है। भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस शॉट को खेलने में माहिर है। उन्हें ही इस शॉट को इजाद करने का श्रेय भी जाता है। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि सचिन ने इंग्लैंड के खिलाफ 2002 में हेलीकॉप्टर शॉट की खोज की थी, लेकिन क्रिकेट पंडितों से लेकर प्रेमियों तक धोनी की इस शॉट के आविष्कारक माने जाते हैं। मौजूदा समय में धोनी को देखकर कई खिलाडि़यों ने इस शॉट को खेलना सीखा है।
वॉकडाउन शॉट
भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने क्रिकेट को बेझिझक शॉट दिया। उथप्पा तेज गेंदबाजों के सामने बिना डरे दो से तीन कदम चलते हुए जाते है और गेंद की दिशा को देखते हुए शानदार शॉट जमा देते हैं। उनके इस शॉट को काफी लोकप्रियता भी मिली क्योंकि काउंटी क्रिकेट में कई खिलाड़ी तेज गेंदबाजों के खिलाफ इस शॉट को खेलते हुए देखे गए।