होठ
होठ के बारे में क्या कहना? इनके बारे में कहना तो बेवकूफी ही है. आखिर प्यार की शुरुआत ही तो होठों से होती है. कब एक छोटा स चुम्बन एक पागलपन में बदल जाता है. कब दो जिस्म एक जान बन जाते है पता ही नहीं चलता.
लेकिन ऐसा नहीं है कि चुम्बन लिया और काम हो गया. चुम्बन भी सही तरीके से लिया जाना चाहिए. अगर आपकी साथी चुम्बन के लिए तैयार नहीं है तो आप शुरुआत उनके नाज़ुक कलि जैसे होठों पर अपनी ऊँगली फिराकर कर सकते हो या फिर कान और गर्दन के चुम्बन को धीरे धीरे होठों तक लाकर अपनी साथी को उत्तेजना के अगले पड़ाव पर लेकर जा सकते हो.