3) भावनाएँ बहुत बार हम अपनी भावनाओं को दबा जाते हैं कि हमारे पार्टनर को दुःख ना पहुंचे| लेकिन इस तरह अंदर ही अंदर घुटना रिश्तों का गला घोटने के बराबर है! जो भी दिल में है कहिये, सलीके से कहिये लेकिन कहिये और छुपाईये मत! 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 Facebook Twitter Google+ Linkedin Pinterest Article Tags: Featured · कहानियाँ · ग़लतियाँ · फिल्में · बदलाव · माफ़ी · रिश्तों का टूटना · रिश्तों को समेटना · विश्वास Article Categories: संबंध