दुनिया भर की अलग-अलग जेलों में जाने कितने ही ऐसे क़ैदी हैं जिन्होंने जुर्म किया है लेकिन उनके ख़िलाफ़ कोर्ट में केस चले जा रहे हैं, सज़ा के इंतज़ार में सालों गुज़र रहे हैं!
और वहीं दूसरी तरफ़ कुछ ऐसे क़ैदी भी हैं जिन्होंने कोई जुर्म नहीं किया लेकिन फिर भी कड़ी से कड़ी सज़ा भुगत रहे हैं और कोई सुनवाई नहीं है! बल्कि शायद अब तो सुनवाई की गुंजाइश भी नहीं है!
दिल थाम के पढ़ियेगा इन 6 लोगों के बारे में जिन्होंने बिना कुछ किये ही ऐसी सख़्त सज़ा पायी:
1) डेविड स्पेन्स
अमरीका के डेविड के ऊपर 1982 में इलज़ाम लगा था तीन टीनेजर्स के क़त्ल का| केस बनाया गया था कि इन्होंने एक स्टोर के मालिक मुनीर दीब के कहने पर दो 17 साल की लड़कियों और एक 18 साल के लड़के का रेप और क़त्ल किया! इस के चलते 1997 में इन्हें जानलेवा इंजेक्शन देकर हमेशा के लिए सुला दिया गया! लेकिन बाद में ख़ुद पुलिस ने माना कि इनके ख़िलाफ़ झूठा था और असली क़ातिल मुन्नेर दीब ही था!
2) जो एरिडी
ये शायद आपकी आँखों में आँसू ले आये! अमरीका के कोलोराडो में इस आदमी को एक स्कूल जाती बच्ची को अगवा कर उस का रेप और ख़ून करने के इल्ज़ाम में पकड़ा गया और फिर फाँसी दे दी गयी! पकड़ने वाले अफ़सर ने कहा कि इन्होंने अपना जुर्म क़ुबूल कर लिया है भले ही इनके ख़िलाफ़ पुख्ता सबूत नहीं हैं! लेकिन फाँसी के बाद सरकारी साइकाइट्रिस्ट से पता चला कि जो दिमाग़ी तौर पर कमज़ोर था और उसे सही-ग़लत का भेद भी नहीं पता था इसलिए रेप या ख़ून करना उसके बस की बात ही नहीं थी| जानते हैं, उसे फाँसी का मतलब भी नहीं पता था इसलिए उसे भी एक खेल समझ कर वो हँसते-हँसते फाँसी पर चढ़ गया!
3) महमूद हुसैन मत्तन
1952 में एक दुकान के बाहर 42 वर्षीय लिली वोलपर्ट की किसी ने घिनौने तरीके से गला काट कर जान ले ली! इलज़ाम आया सोमालिया के इस व्यापारी पर जिसके ख़िलाफ़ गवाही दी हेरोल्ड कवर ने! और ऐसा तब हुआ जब दूसरे गवाहों ने कहा कि मेहमूद वहाँ मौजूद ही नहीं था लेकिन फिर भी कोर्ट ने एक ना सुनी और महमूद को ख़ून होने के सिर्फ़ छह महीनों के अंदर ही फाँसी दे दी गयी!
4) टिमोथी जॉन एवंस
लंडन के नॉटिंग हिल में रहने वाले टिमोथी पर अपनी ही बीवी और बेटी के जुर्म का इलज़ाम लगा! वो लगातार फ़रियाद करते रहे कि ख़ूनी वो नहीं, उनके पड़ोसी जॉन क्रिस्टी हैं| लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें फाँसी पर लटका दिया गया! इसके बाद पुलिस को पता चला कि असली ख़ूनी वाक़ई में जॉन क्रिस्टी ही था जो कि सीरियल किलर के रूप में सामने आया और उसने जाने कितनी ही औरतों की जान ली थी!
5) गैरी ग्रैहम
1981 में जब गैरी सिर्फ़ 18 साल का था, उस पर इलज़ाम लगाया गया कि उसने 53 साल के बॉबी ग्रांट लैम्बर्ट को ना सिर्फ़ लूटा बल्कि उनका ख़ून भी कर दिया! पुलिस ने सबूत के तौर पर एक गवाह पेश किया जिसने मात्र कुछ सेकंड के लिए गैरी को वहाँ देखा था लेकिन काफ़ी दूरी से| दूसरी तरफ़ वो गवाह भी थे जिन्होंने कहा कि गैरी वहाँ मौजूद ही नहीं था तो ख़ून कैसे करेगा? लेकिन उनकी बात किसी ने ना सुनी और सन 2000 में गैरी को फाँसी दे दी गयी!
6) टिमोथी कोल
इस अस्थमा के मरीज़ पर एक लड़की के रेप का इलज़ाम लगा था सन 1985 में| उस लड़की ने अपने बयान में ख़ास तौर पर कहा था कि जिस आदमी ने उसका रेप किया, वो सिगरेट पी रहा था लेकिन पुलिस ने इस बात को बिलकुल ही नज़रअंदाज़ कर दिया! टिमोथी अस्थमा की वजह से स्मोकिंग से परे था लेकिन फिर भी उसे जेल जाना पड़ा! 1995 में असली रेपिस्ट जेरी वेन ने अपना जुर्म मान भी लिया लेकिन तहक़ीक़ात जब तक पूरी हो और टिमोथी का नाम साफ़ हो बहुत वक़्त बीत चुका था! ये हुआ 2009 में लेकिन टिमोथी जेल में अस्थमा के दौरे से 1999 में ही अपनी जान गँवा चुका था!
बिना ग़लती के सज़ा पाना और वो भी अपनी जान देकर शायद मानवता के ख़िलाफ़ सबसे बड़ी नाइंसाफ़ी है! आशा है किसी को भी इस प्रताड़ना से ना गुज़ारना पड़े!
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