बैठने का तरीका – राय यूं नहीं बनती, बल्कि ये बनती है आपकी बॉडी लैग्वेज से. यानी आपके उठने-बैठने के तरीके से.
अगर आप ये सोचते हैं कि किसी भी तरह बैठ जाएं क्या फर्क पड़ता है कौन आपको देख रहा है, तो आप बिल्कुल ग़लत है, क्योंकि आपके बैठने के तरीके से लोग आपको जज करते हैं.
जब भी हम किसी से मिलते हैं तो वो हमारे बोलने और बैठने के तरीके से हमारे बारे में आसानी से जान लेता है. आपको जानकर शायद हैरानी होगी कि हमारे शरीर की भी भाषा होती है जिससे आसपास के लोग हमारी पर्सनैलिटी को जज कर लेते है.
जी हां, हमारे बैठने का तरीका बहुत कुछ कहता है. जिससे यह पता चलता है कि आप कौन हैं और आप क्या सोच रहे हैं.
आज हम आपको बैठने का तरीका के बारे में बताएगें जो आपकी पर्सनैलिटी के बारे में बताते हैं.
- जो लोग जांघो को जोड़कर और टांगो को खोलकर,पैर को अंदर से मोड़ कर बैठते हैं वे जिंदगी में आगे बढ़ना जानते हैं. उन्हें लगता है कि जीवन में आने वाली परेशानियों को अगर वे नजरअंदाज कर देंगे तो समस्या खुद-ब-खुद दूर हो जाएगी लेकिन ये सही तरीका नहीं है. ऐसे बैठने वाले लोग अपनी समस्याएं दूसरों पर डाल देते हैं जिससे कि वे उससे आसानी से बच सकें. कई बार ये लोग बोलने से पहले सोचते नहीं है जिसका एहसास उन्हें बाद में होता है.
- जो लोग क्रॉस लेग करके बैठते हैं वे बहुत ही पोजीटिव सोच वाले होते हैं. ये हमेशा दूसरे लोगों को जीवन जीने के बारे में सिखाते हैं. शुरू से ही इस तरह बैठने वाले लोगक्रिएटिव होते हैं. इन लोगों को घूमना बेहद पसंद होता है. साथ ही ये लोग रिलेशनशिप में फंसकर अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते.
- टांगों को खोलकर बैठने वाले लोग आराम-परस्त होते हैं. ये ज्यादातर अकेले रहना पसंद करते हैं. वे अपने आस-पास हर चीज परफेक्ट चाहते हैं और इसके लिए वे कुछ भी कर सकते हैं. ऐसे लोग छोटी से छोटी चीज लेने से पहले सौ बार सोचते हैं.
- जो लोग जांघों और पैरों को सीधे और जोड़कर बैठते हैं वे कहीं पर भी देरी से जाना पसंद नहीं करते. वे अपना हर काम समय पर ही करते हैं. ऐसे लोग पब्लिक में अपने विचार और भावनाएं व्यक्त नहीं कर पाते जिस वजह से कई बार लोग इन्हें गुस्सैल समझ लेते हैं.
- टांगों को टेढ़ा करके बैठने वाले लोगों का मानना होता है कि किसी के पास कोई चीज तभी आती है जब उसका सही समय होता है. इस वजह से ये लोग किसी भी चीज में जल्द-बाजी नहीं करते हैं. ऐसे लोग काफी जिद्दी होते हैं और जो बात ठान लें, उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं.
ये कहता है आपके बैठने का तरीका – तो अगली बार से बाहर जाने पर अपने बैठने के तरीके का ध्यान रखिएगा, क्योंकि लोग आपको नोटिस करते हैं.